अजमेर. देश में विभिन्न राज्यों में नवरात्रा महोत्सव स्थानीय परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है. खासकर पश्चिम बंगाल में नवरात्रा के पर्व पर दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है. बंगाल मूल के निवासी देश के किसी भी कोने में रहते हुए भी नवरात्रा पर दुर्गा पूजा अपनी परंपरा के अनुसार ही करते आए हैं. अजमेर में सन 1928 से हर शारदीय नवरात्रा की छठ से दुर्गा पूजा होती आई है. इस बार भी यहां बंगाली धर्मशाला में पारंपरिक रूप से दुर्गा प्रतिमा बनना शुरू हो गया है.
कोरोना महामारी ने सभी त्योहारों को फीका कर दिया है. आगामी दिनों में नवरात्रा का पर्व आने वाला है. उम्मीद की जा रही है कि नवरात्र का पर्व सभी के लिए उत्साह और उमंग लेकर आएगा. अजमेर में विविध धर्मों के लोग रहते हैं. उनके अपने त्योहार और परंपराएं हैं. इनमें बंगाली समाज की ओर से नवरात्रि के पर्व पर दुर्गा पूजा महोत्सव भी विशेष रहता है.
1928 से मनाया जा रहा है दुर्गा पूजन महोत्सव
सन 1928 से अजमेर में रहने वाले बंगाली समाज के लोग अपनी परंपरा के अनुसार नवरात्रा की छठ पर दुर्गा माता की प्रतिमा स्थापित करते आए हैं. हर वर्ष बंगाल से दुर्गा माता की प्रतिमा बनाने के लिए कारीगर आते हैं. समय के साथ बंगाली समाज की आबादी भी बढ़ गई है, ऐसे में शहर में 2 स्थानों पर दुर्गा पूजा का आयोजन होने लगा था.