अजमेर. बड़ौदा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के वित्तीय वर्ष 2020-21 के वार्षिक आंकड़े और वर्ष के दौरान बैंक की ओर से अर्जित की गई व्यवस्था की उपलब्धियों की जानकारी 29 मई को बैंक के वैशाली नगर स्थित प्रधान कार्यालय में बैंक अध्यक्ष आरसी गग्गड की ओर से दी गई. कोरोना की विषम परिस्थितियों में बैंक की ओर से ग्राहक सेवा और व्यवसाय विस्तार के लिए किए जा रहे नवाचारों के बारे में बताया गया.
बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के वर्ष 2020-21 के वित्तीय परिणाम जारी बैंक अध्यक्ष आरसी गग्गड ने बताया कि वर्तमान में बैंक राजस्थान राज्य के 21 जिलों में 862 शाखाओं, विस्तार पटल एवं 4562 बैंक मित्रों, 56 ऑनसाइट एटीएम और 6 मोबाइल एटीएम वैन के विस्तृत नेटवर्क के साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगभग एक करोड़ ग्राहकों को सेवाएं दे रहा है. उन्होंने बताया कि बैंक का व्यवसाय मार्च 2020 में 30821 करोड़ रुपए था, जो 17.95 फ़ीसदी की वृद्धि के साथ बढ़कर 31 मार्च 2021 को 310 करोड़ रुपए हो गया है. वसूली के सतत प्रयासों से बैंक ने सकल एनपीए स्टार 445 करोड़ रुपए से कम करते हुए 311 करोड़ रुपए लाने में सफलता हासिल की है. एनपीए के यह स्तर बड़े वाणिज्यिक बैंकों के साथ-साथ निजी बैंकों के तुलनात्मक भी अधिक प्रभावी और प्रतिस्पर्धी हैं.
गग्गड ने कोविड-19 की दुष्कर अवधि में बैंक की ओर से ग्राहक हित में किए गए कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस अवधि में शाखाओं एवं बैंक मित्रों के विस्तृत नेटवर्क की ओर से निर्बाध रूप से बैंकिंग सेवाएं दी गई हैं और 7 लाख से भी अधिक ग्राहकों को सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़कर लाभान्वित किया गया है. गौरतलब है कि बैंक की राजस्थान में विभिन्न बैंकों के शाखा नेटवर्क में जहां हिस्सेदारी लगभग 10 फ़ीसदी है. वहीं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में भागीदारी का बैंक का हिस्सा लगभग 17 फीसदी है.
पढ़ें-बाड़मेर में 18+ लोगों के लिए लगाया गया Covid Vaccination Camp, लोगों की उमड़ी भीड़
उन्होंने बताया कि ग्राहकों को कॉन्टैक्ट लैस बैंकिंग के लिए डिजिटल माध्यम तथा यूपीआई, आईएमपीएस, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एनईएफटी, आरटीजीएस और एईपीएस आदि से लेनदेन करने के लिए प्रेरित किया गया है. 6 मोबाइल एटीएम वैन के माध्यम से कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में आमजन को समस्त सावधानी और सुरक्षा मानकों के अनुपालन के साथ बैंकिंग सुविधाएं प्रदान की जा रही है. बैंक की ओर से इस अवधि के दौरान विभिन्न डीबीटी (गरीब कल्याण योजना, किसान सम्मान निधि योजना आदि) का भुगतान समय बाद रूप से किया गया.
उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौरान व्यापारियों, उद्योग धंधों की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बीआरकेजीबी- जीईसीएल तथा बीआरकेजीबी-सीइसीएल योजनाओं में ऋण वितरित किए गए. इसके अतिरिक्त किसान क्रेडिट कार्ड धारकों और महिला स्वयं सहायता समूह को भी आपातकालीन ऋण सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं. बैंक ने भारत सरकार एवं आरबीआई के दिशा निर्देशों के अनुसार ऋण भुगतान स्थगन अवधि को भी बढ़ाया. बैंक की ओर से प्रशर को एवं व्यापारियों को विभिन्न ऋण योजनाओं में तथा आवास शिक्षा वाहन व्यक्तिगत ऋण एसएचजी, मुद्रा योजना तथा एसएमई रेड आकर्षक ब्याज दर पर स्वीकृत किए जा रहे हैं.
छठी बार टेक्नोलॉजी बैंक ऑफ द ईयर पुरस्कार
गग्गड ने बताया कि उत्कृष्ट सेवाओं एवं कार्यों के लिए लगातार 6वें वर्ष बैंक को ग्रामीण बैंकों की श्रेणी में भारतीय संघ की ओर से तकनीकी क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए टेक्नोलॉजी बैंक ऑफ द ईयर पुरस्कार तथा वित्तीय समावेश के उल्लेखनीय कार्यों के लिए आईबीए की ओर से लगातार दूसरे वर्ष बेस्ट डिजिटल फाइनेंशियल इंक्लूजन इनीशिएटिव अमगेस्ट पुरस्कार से अलंकृत किया गया. बेहतर साइबर सुरक्षा तकनीकी के लिए भी बैंक को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
अटल पेंशन योजना में उल्लेखनीय कार्यों के लिए चालू वित्तीय वर्ष में बैंक को पीएफआरडीए की ओर से 17 राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं. बैंक केंद्र और राज्य सरकार के सभी पेमेंट पोर्टल पर सक्रिय हैं और सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं को विभिन्न बैंकिंग सुविधाएं ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध करवा रहा है. साथ ही राज्य सरकार के सभी सेवारत कर्मचारी बैंक में वेतन खाते खुलवा सकते हैं, जिनमें बैंक की ओर से विशेष सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है.
निभाएं सामाजिक दायित्व
उन्होंने बताया कि सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए बैंक ने सक्रिय बैंक मित्रों को कोरोना अवधि में सैनिटाइजर मास्क के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है और पात्र बैंक मित्रों का आगामी वर्ष 2021-22 के लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में होने वाले कुल 4 लाख रुपए के बीमा प्रीमियम भुगतान करने का भी निर्णय लिया है. कोरोना काल में शाखाओं में ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बैंक की ओर से शाखाओं में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के साथ ही ग्राहकों को डिजिटल लेनदेन के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है. इस अवसर पर बैंक प्रबंधक रवि गोयल और योगेश माथुर ने बैंक के व्यवसायिक आंकड़ों को अभूतपूर्व बताते हुए बैंक स्टाफ सदस्यों की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की.