अजमेर. भारत में हुनर की कोई कमी नहीं है बस उसे निखारने और तराशने की जरूरत है. बता दें कि अजमेर की गाड़ी बलिया क्षेत्र के रहने वाले बच्चन सिंह को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा सम्मानित किया गया. जिन्होंने अपनी कलाकारी चावल के छोटे दाने पर दर्शाई है. बच्चन सिंह बताते हैं कि उनका लक्ष्य चावल के दाने पर 5000 अक्षर लिखने का है.
अजमेर के डिग्गी मालियान के रहने वाले बच्चन सिंह चौहान ने चावल के छोटे दाने पर कई कलाकृतियां बनाई है. इस कलाकृति को बनाने के लिए उन्होंने मैग्निफाइंग लेंस का सहयोग लिया है. ख्वाजा गरीब नवाज के शहर अजमेर में एक प्राइवेट स्कूल में आर्ट एंड पेंटिंग का अध्ययन देने वाले अध्यापक बच्चन सिंह चौहान ने शहर का नाम रोशन किया है. जिन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से नवाजा गया.
बच्चन सिंह छोटे-छोटे चावल केदानों पर कलाकृति बनाने में काफी माहिर हैं. उन्होंने चावल के दाने पर कई कलाकृति बनाई हैं. जिनमें से एक चावल के छोटे दाने पर 50 हाथी भी बनाएं है. वहीं हनुमान जी की तस्वीर भी एक चावल पर बना चुके हैं. इसके अलावा राजा हिंदुस्तानी फिल्म का गाना " परदेसी परदेसी जाना नहीं मुझे छोड़ कर यह गीत भी बच्चन सिंह चावल पर लिख चुके हैं.
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