अजमेर.कोरोना की दूसरी लहर इस बार ग्रामीण क्षेत्रों पर भारी पड़ रही है. अजमेर जिले के शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य हो रहे हैं. ईटीवी भारत ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने के लिए चल रहे कार्यों को लेकर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से विशेष बातचीत की.
अजमेर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन की पालना करवाने के साथ डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है. कोरोना के सर्वे में प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों को सर्वे टीम मेडिकल किट भी दे रहे हैं. ग्रामीण स्तर पर कोर कमेटी बनाकर कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं, जिनकी लगातार मॉनिटरिंग विकास अधिकारी, तहसीलदार और एसडीएम स्तर पर हो रही है.
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उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान मिलने वाले कोरोना मरीजों को समय पर इलाज मिल रहा है. उन्हें घर पर ही क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है ताकि वो जल्दी ठीक हो सके. ग्रामीण क्षेत्रों में कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है. ग्रामीण जन अनुशासन का पालन कर रहे हैं. कई जगहों पर गांव में लोगों ने संक्रमण को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी है ताकि बाहर का कोई व्यक्ति गांव में ना आ सके. कई ग्रामीणों ने शादियां स्थगित कर दी. ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ी है और वे कोविड प्रोटोकॉल का अनुसरण कर रहे हैं. इससे निश्चित रूप से कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में मदद मिलेगी.
ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन के सवाल पर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर सभी ग्रामीण जनप्रतिनिधियों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है. ग्रामीण जनप्रनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में ग्रामीणों से समझाइश कर उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रहे हैं. यही वजह है कि अजमेर के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 4 लाख से ज्यादा लोगों के वैक्सीन लग चुकी है. कर्मचारी और जनप्रतिनिधि डोर-टू-डोर जाकर ग्रामीणों को प्रेरित कर रहे हैं.