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Special: एक ही छत के नीचे संचालित होंगे 28 सरकारी दफ्तर, अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चल रही तैयारी

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Published : Oct 25, 2020, 4:12 PM IST

अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कलेक्ट्रेट परिसर में मिनी सचिवालय की तरह बहुमंजिला इमारत बनाने की तैयारी है. इस भवन 28 सरकारी दफ्तर शिफ्ट किए जाएंगे. नई बिल्डिंग में कॉरपोरेट्स स्टाइल में काम होगा, जिससे आम जनता की समस्याओं की जल्द से जल्द सुनवाई हो सकेगी और पारदर्शिता भी बढ़ेगी. पढ़ें खास रिपोर्ट...

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सरकारी दफ्तरों के लिए अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

अजमेर. अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कलेक्ट्रेट परिसर में मिनी सचिवालय की तर्ज पर बहुमंजिला इमारत बनेगी. जनता से सीधा जुड़ाव रखने वाले 28 सरकारी दफ्तर एक ही छत के नीचे होंगे. जहां पब्लिक डीलिंग के काम स्मार्ट तरीके से होंगे. फिलहाल पुरानी इमारतों में चल रहे सरकारी दफ्तरों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की योजना तैयार कर ली गई है.

28 दफ्तरों को एक छत के नीचे लाने की कवायद

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28 दफ्तर आएंगे एक छत के नीचे

अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत शहर में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. इनमें कलेक्ट्रेट परिसर में मिनी सचिवालय की तर्ज पर आमजन की सुविधा के लिए 28 सरकारी दफ्तरों को एक छत के नीचे लाने की दिशा में जल्द काम शुरू होने जा रहा है. इसके लिए 26.95 करोड़ के बजट को भी स्वीकृति मिल गई है. नगर निगम के आयुक्त डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि बहुमंजिला इमारत के बनने के बाद पब्लिक डीलिंग से जुड़े 28 सरकारी दफ्तर एक ही छत के नीचे होंगे. वर्तमान में मौजूदा पुरानी इमारतों में पर्याप्त जगह नहीं है. साथ ही कोरोना संक्रमण के इस दौर में ऑफिसों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं है.

फिलहाल दफ्तरों को पुरानी इमारतों से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा

कॉरपोरेट्स स्टाइल में होगा काम

खुशाल यादव ने कहा कि 28 सरकारी दफ्तरों की इमारत जर्जर हो चुकी है. इमारतों में पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जो नई मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनने जा रही है वो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी. नए दफ्तर में कॉरपोरेट्स कंपनियों की तरह काम होगा. जिससे आम जनता के समस्याओं की जल्द से जल्द सुनवाई हो सकेगी और पारदर्शिता भी बढ़ेगी.

2 साल लग जाएंगे बहुमंजिला इमारत के निर्माण में

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नई इमारत बनने तक दूसरी जगह शिफ्ट होंगे दफ्तर

जब तक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनकर तैयार होगी, तब तक के लिए पुरानी बिल्डिंगों में संचालित दफ्तरों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है.इनमें ज्यादातर दफ्तर जयपुर रोड स्थित टीटी कॉलेज के परिसर में कुछ सालों से बंद पड़े गर्ल्स हॉस्टल में शिफ्ट होंगे. इस जगह तक आम जनता को पहुंचने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि ये सभी दफ्तर टीटी कॉलेज परिसर में पीछे की और इन दफ्तरों के लिए जगह चिन्हित की गई है. जहां चारों ओर जंगल ही जंगल है. वहां तक यातायात की भी कोई सुविधा नहीं है.

अधिकतर लोगों के पास अपना साधन नहीं है, ऐसे में उनको इन टीटी कॉलेज परिसर में शिफ्ट हो रहे दफ्तरों तक पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावा कुछ दफ्तर डाक बंगले के कमरों में शिफ्ट होंगे. डाक बंगले के कमरे पहले ही जर्जर हो चुके हैं. ऐसे में कर्मचारियों के लिए आसमान से टपके खजूर पर अटके वाली स्थिति है.

जान लीजिए कौन सा दफ्तर कहां शिफ्ट हो रहा है

  • एडीएम सिटी कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद डीआरडीए के भवन में शिफ्ट होगा
  • नाजरात शाखा पुरानी आरपीएससी बिल्डिंग में संचालित सखी केंद्र में शिफ्ट होगी
  • चुनाव ईवीएम स्टोर, पीडब्ल्यूडी स्टोर में शिफ्ट होगा
  • पुल शाखा, खाद्य विभाग, विधि शाखा, अल्पसंख्यक कार्यालय में शिफ्ट होंगे
  • वरिष्ठ लेखाधिकारी कार्यालय, लेखा शाखा, चुनाव निर्वाचन कार्यालय अजमेर उत्तर, डीआरडीए की द्वितीय मंजिल पर शिफ्ट होंगे
  • अतिरिक्त कोषाधिकारी पेंशन, लेखा शाखा एवं राजस्व अपील अधिकारी कार्यालय एसडीओ एवं तहसीलदार क्वार्टर में शिफ्ट होंगे
  • तहसील अजमेर, रसद एवं खाद्य विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग के डाक बंगले में शिफ्ट होंगे
  • उपभोक्ता मंच, समाज कल्याण विभाग, सीपीओ, पीएमएसडीसी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय, सखी केंद्र, सिविल डिफेंस कार्यालय, जिला साक्षरता कार्यालय एवं एडीपी अभियोजन कार्यालय जयपुर रोड स्थित टीटी कॉलेज में शिफ्ट होंगे.

शिफ्टिंग की योजना जिला प्रशासन बना चुका है लेकिन फिलहाल इसका खुलासा नहीं किया जा रहा है. बता दें कि कलेक्ट्रेट परिसर में नई इमारत बनने में करीब 2 साल लगेंगे ऐसे में 2 साल तक 28 सरकारी दफ्तरों को इन्ही भवनों में संचालित किया जाएगा. अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड दफ्तरों के शिफ्टिंग का इंतजार कर रहा है. जैसे ही दफ्तर शिफ्ट होंगे उन इमारतों को गिराकर नई इमारत का शिलान्यास किया जाएगा.

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