अजमेर. अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिख कर राजस्व रिकॉर्ड तथा अन्य पिछडा वर्ग सूची-11 में दर्ज पदनाम जैसे दरोगा, हजूरी, वजीर आदि को विलोपित कर एक ही नाम 'रावणा राजपूत' करने की मांग रखी है. इस संबंध में शीघ्र ही आवश्यक गजट नोटिफिकेशन जारी कराने का आग्रह किया है.
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सांसद चौधरी ने पत्र के माध्यम से सीएम को अवगत कराया कि प्रदेश में रियासतकालीन समय से रावणा राजपूत समाज को दरोगा, हजूरी, वजीर जैसे शब्दों से संबोधित किया जाता रहा है. राजस्थान की अन्य पिछडा वर्ग सूची-11 में भी इस समाज के लिए दरोगा, हजूरी एवं वजीर जैसे शब्द राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज हैं. जबकि रावणा राजपूत जाति सदियों से एक मेहनतकश, खेतीहर एवं कुशल दस्ताकार जाति रही है. इसलिए सभी शब्द सामन्तवादी विचारों वाले वर्ग से ओतप्रोत एवं वर्तमान आधुनिक समय में इस सभ्य समाज को आहत करने वाले शब्द हैं.
इस संबंध में गत कुछ वर्षों से समय-समय पर रावणा राजपूत समाज के लोगों की ओर से इस संबंध में राजस्व रिकॉर्ड शुद्विकरण की मांग भी की जाती रही है. प्रदेश के राजस्व रिकॉर्ड में रावणा राजपूत जाति के लिए उपयोग के लिये जाने वाले दरोगा, हजूरी एवं वजीर जैसे शब्दों को हटाकर केवल रावणा राजपूत शब्द ही प्रयुक्त किये जाने के संबंध में आवश्यक संशोधन गजट नोटिफिकेशन जारी करने की मांग है. जिससे की सभ्य समाज के सर्वांगीण एवं सम्रग विकास को समुचित गति मिल सके.