अजमेर. गहलोत कैबिनेट के पुनर्गठन (Reorganization of Gehlot Cabinet) के जिले में राजनीतिक नियुक्तियों की कवायद तेज हो गई है. सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा गुट के माने जाने वाले स्थानीय कांग्रेसी नेता और पदाधिकारी नियुक्तियां पाने के लिए सक्रिय हो गए है.
पहले अजमेर कांग्रेस की कमान पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के हाथ में थी. पायलट के बाद कमान डॉ. रघु शर्मा के हाथ में आ गई. डॉ. शर्मा के गुजरात कांग्रेस के प्रभारी बनने के बाद क्या अब भी उनका अजमेर में दबदबा बरकरार रहेगा? इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं आम है. डॉ. रघु शर्मा के मंत्री पद से हटने के बाद अजमेर जिले को गहलोत सरकार में प्रतिनिधित्व नही मिला है. यह देखने वाली बात होगी कि जिले में राजनीतिक और संगठनात्मक नियुक्तियों में रघु शर्मा और पायलट में से किसकी चलेगी. अजमेर में शहर और देहात कांग्रेस को लेकर सियासी समीकरण बदलते नजर आ रहे है.
पढ़ें-राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने गुजरात कांग्रेस के लिए बनाई 'विशेष' रणनीति, ईटीवी भारत से साझा की राय
अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) के अध्यक्ष पद एवं संगठन में अजमेर शहर और देहात अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल कांग्रेसियों को नियुक्तियों का लंबे समय से इंतजार है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि तीनों महत्वपूर्ण पदों पर नामों को लेकर सहमति बन गई है. जल्द घोषणा हो सकती है. माना जा रहा है कि डॉ. रघु शर्मा के करीबी लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर तरजीह दी जाएगी. हालांकि, गहलोत सरकार में हुए बदलाव के बाद अब जिले के सियासी समीकरण भी बदल गए है.