अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का छह दिवसीय 808 वां उर्स संपन्न हो गया है, लेकिन उर्स मेला फिलहाल जारी है. मंगलवार को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में चादर पेश की गई. राजे ने चादर के साथ अपना संदेश भी भेजा है.
दरगाह में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की ओर से पेश की गई चादर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष मलिक मोहम्मद कमांडो दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान सहित अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी जयपुर से वसुंधरा राजे की चादर लेकर दरगाह पहुंचे. निजाम गेट पहुंचने पर अल्पसंख्यक मोर्चे के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनका इस्तकबाल किया. इसके बाद राजे की चादर को लेकर सभी आस्ताने शरीफ पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य की ओर से मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए.
इसके बाद बुलंद दरवाजे पर पहुंचकर दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का संदेश पढ़कर सुनाया. राजे ने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है. यह हम सबके लिए फक्र की बात है. ख्वाजा गरीब नवाज का जीवन हम सब के लिए नजीर है. राजे ने देश और प्रदेश में खुशहाली और शांति की दुआ मांगी है.
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भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मलिक मोहम्मद कमांडो ने सभी जायरीन को उर्स की मुबारकबाद देते हुए कहा कि मुल्क में सब आपसी भाईचारे के साथ रहें. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में मुल्क में अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी गई है. राजे की चादर दरगाह में पेश करने आए सभी लोगों की खादिम अफसान चिश्ती ने जियारत करवाई और सभी की दस्तारबंदी कर उन्हें तबर्रुक भेंट किया गया.
राजे ने यह दिया संदेश
मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि इस साल महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 808 वां उर्स है. मैं इस मुबारक मौके पर दुनिया भर में मौजूद वह दरगाह पर आए, ख्वाजा साहेब के तमाम मुरीदीन और जायरीन को तहे दिल से मुबारकबाद पेश करती हूं. ख्वाजा साहब की दरगाह भारत की गंगा जमुनी तहजीब की एक नायाब मिसाल है. यह हम सबके लिए फक्र की बात है कि विश्व के ऐसे महान सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह हमारे राजस्थान में है.
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ख्वाजा साहेब का जीवन हम सबके लिए नजीर है. अपने सारी जिंदगी मानव सेवा खुदा की बारात और बेसहारों को सहारा देने में गुजारी. यही वजह है कि आज आप की दरगाह पर हर मजहब के लोग सर झुका कर अपनी खिराज ए अकीदत का नजराना पेश करते हैं और अपनी मुरादें मांगते हैं. जिन्हें आप पूरा करते हैं. मैं इस मुबारक मौके पर अपने सुबह राजस्थान और मुल्क की खुशहाली एवं तरक्की की दुआ करती हूं. मुझे पूरा यकीन है कि ख्वाजा साहब का करम हम सब पर हमेशा बना रहेगा.