अजमेर. देश में कोरोना की रोकथाम के लिए चल रहे लॉकडाउन में करोड़ों श्रमिक दूसरे राज्यों में फसे हुए हैं. उनकी मदद के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है. इसी क्रम में सोमवार को अजमेर से भी 1 हजार 338 श्रमिकों को वाराणसी रवाना किया गया है.
अजमेर से 1 हजार 338 प्रवासियों को भेजा गया घर जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि, गाड़ी संख्या 04817 के माध्यम से वाराणसी के लिए 1 हजार 338 लोगों को रवाना किया गया है. जिनमें श्रमिक, विद्यार्थी, जायरीन और अन्य शामिल हैं. बसों के माध्यम से इन लोगों को रेलवे स्टेशन तक लाया गया था. वहीं, इन लोगों को रेल में बिठाते समय सोशन डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया. साथ ही सभी लोगों को सफर के लिए आवश्यक भोजन के पैकेट, बिस्कुट के पैकेट और पानी की बोतलें भी उपलब्ध करवाई गईं.
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वहीं, बनारस से आए जायरीन ने बताया कि, कोरोना वायरस के चलते प्रदेश भर में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था. जिसकी वजह से वो पिछले 2 महीनों से अजमेर में ही फंसा हुआ था. इस दौरान वो अजमेर में दरगाह शरीफ के खादिम के घर पर रुका हुआ था. लेकिन अब घर जाते समय काफी खुशी हो रही है.
श्रमिक स्पेशल टीम रवानगी के मौके कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, कोविड-19 प्रभारी गजेंद्र सिंह राठौड़, डीएसओ अधिकारी अंकित पचार और एडीए आयुक्त गौरव शर्मा सहित आला अधिकारी मौजूद रहे. रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को अजमेर प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी यात्रियों को हाथ हिलाते हुए विदाई दी और कामना की कि सभी इस महामारी के बीच अपने घरों की और सुरक्षित पहुंचे.