अजमेर. अजमेर में गंज स्थित जनकपुरी इलाके में ट्रांसफार्मर से करंट फैलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया है. शनिवार को करंट की चपेट में आने से एक गाय की मौत हो गई जबकि दूसरी गाय गंभीर रूप से घायल हो गई. गनीमत रही कि क्षेत्र के जागरूक लोगों की वजह से कोई इंसान करंट की चपेट में नहीं आया.
विद्युत कंपनी टाटा पावर के दावों की खुली पोल
बता दें कि अजमेर में ट्रांसफार्मर की सेफ्टी और सिक्योरिटी की जिम्मेदारी विद्युत कंपनी टाटा पावर की है. बारिश के दिनों में कंपनी के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है.
ट्रांसफार्मर में करंट से लोगों में दहशत का माहौल है,वही विद्युत कंपनी टाटा पावर के खिलाफ रोष भी है. सुबह हादसा होने के बाद लोगों ने टाटा पावर के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कंपनी का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं आया. इसके बाद लोगों ने गंज थाने में जाकर मामले की जानकारी दी,तब पुलिस अधिकारियों के फोन करने पर टाटा पावर के कर्मचारियों ने क्षेत्र में पावर कट कर दिया.
बता दें कि यह क्षेत्र दरगाह से जुड़ा हुआ है. बारिश के दिनों में दरगाह क्षेत्र के पीछे की पहाड़ियों से पानी पूरे वेग के साथ आता है ,तब ट्रांसफार्मर 2 फीट तक पानी में डूब जाता है. सुबह हुई बारिश में भी ऐसा ही हुआ लेकिन क्षेत्र के जागरूक लोगों की वजह से बड़ा हादसा टल गया.
क्षेत्र के लोगों ने बताया कि ट्रांसफार्मर के लिए अर्थिंग गलत तरीके से की गई है, जिसकी वजह से करंट फैल जाता है. उन्होंने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद भी विद्युत कंपनी टाटा पावर के कर्मचारी उनकी सुनवाई नहीं करते हैं. आज भी करंट फैलने पर कई बार फोन लगाने के बावजूद टाटा पावर के कर्मचारी मौके पर नहीं आए. हादसे के घंटों बाद टाटा पावर के कर्मचारी मौके पर पहुंचे लेकिन करंट फैलने की वजह वह भी खोज नहीं पाए.
लोगों का कहना है कि टाटा पावर की लापरवाही से किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है. क्षेत्र में फैले करंट की वजह से लोगों में काफी गुस्सा है, अपने गुस्से का इजहार करते हुए विद्युत कंपनी टाटा पावर के खिलाफ लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया.