अजमेर. अजमेर में दरगाह क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट में खाना खाने के बाद नई दिल्ली के 8 जायरीन की तबीयत बिगड़ (8 fell ill after eating restaurant food in Ajmer) गई. जेएलएन अस्पताल में उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई है. पीड़ितों का आरोप है कि होटल पर खाना प्रत्येक प्लेट 50 रुपए महंगा देने के कारण सबने थोड़ा बहुत ही खाया था. इधर मामले में सीएमएचओ ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
अजमेर में विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के क्षेत्र में दर्जनों रेस्टोरेंट हैं, जहां प्रतिदिन हजारों जायरीन भोजन करते हैं. शुक्रवार को नई दिल्ली से 8 सदस्यों के जायरीन का जत्था अजमेर आकर ठहरा हुआ था. रविवार को जियारत के बाद दरगाह के मुख्य द्वार से सीधे हाथ पर आठों सदस्यों ने खाना खाया था. पीड़ित मोहम्मद आसिफ ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ दरगाह जियारत के लिए आया था. रात को रेस्टोरेंट में खाना खाया था. जहां रेस्टोरेंट संचालक ने उन्हें प्रत्येक प्लेट 50 रुपए महंगा खाना दिया था.
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खाना खाकर होटल में आकर सभी परिवार के सदस्य सो गए थे. सुबह सभी के पेट में दर्द की शिकायत हुई. वहीं कुछ को उल्टियां होने लगीं. तबीयत बिगड़ने पर अजमेर जेएलएन अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया, जहां आठों जनों का उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. जायरीन मोहम्मद आसिफ ने कहा कि दरगाह में हर दिन कई जायरीन आते हैं. वह इन रेस्टोरेंट पर ही खाना खाते हैं. रेस्टोरेंट्स पर दूषित खाना मिलना काफी गंभीर है. ऐसे रेस्टोरेंट संचालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि अन्य किसी जायरीन के साथ ऐसा ना हो.
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रेस्टोरेंट के खिलाफ होगी कार्रवाई: इधर मामले की सूचना सीएमएचओ कार्यालय तक पहुंच गई है. सीएमएचओ डॉ केके सोनी ने तत्काल रेस्टोरेंट में खाने के सैंपल लेने के लिए टीम को भेज दिया है. उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट्स संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, यदि संचालक ने रेस्टोरेंट में दूषित खाना बनवा कर बेचा है. उन्होंने कहा कि यह फूड प्वाइजनिंग मामला है. अन्य रेस्टोरेंट में भी जांच करवाई जाएगी.