अजमेर. वैश्विक कोरोना महामारी के कारण किए गए लॉकडाउन में कई लोग अपने घर परिवार से दूर हो गए थे. वहीं अनलॉक-1 के बाद भी कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं. ऐसे में लोगों को राज्य सरकार की ओर से उनके घर भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
श्रमिकों के घर लौटने का सिलसिला जारी शुक्रवार को अजमेर से 674 श्रमिकों को ट्रेन से छतीसगढ़ भेजा गया है. वहीं राजस्थान सरकार की मंशा के अनुरूप लॉकडाउन के दौरान फंसे श्रमिकों को उनके घर भेजने की कवायद अनलॉक 1 में भी जारी है. अजमेर से अब तक कुल 9 ट्रेनों में श्रमिकों को घर भेजा जा चुका है.
वहीं सरकार की ओर से श्रमिकों के ट्रेन का किराया और भोजन-पानी की व्यवस्था की गई थी. जानकारी के मुताबिक अजमेर में श्रमिक को ट्रेन से भेजने के मामले की सूची अजमेर विकास प्राधिकरण तैयार करता आया है. लेकिन इस बार यह जिम्मेदारी जिला परिषद को दी गई थी. ट्रेन में श्रमिकों के बैठने से पहले ही सभी श्रमिकों की मेडिकल टीमों ने स्क्रीनिंग की गई. उसके बाद रसद विभाग की ओर से उन्हें भोजन के पैकेट और पानी उपलब्ध करवाया गया.
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जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों को विदा किया. शर्मा ने बताया कि ज्यादातर श्रमिक जिले में ईट भट्टों में काम किया करते थे. लॉकडाउन से पहले शादी में अपने रिश्तेदार के घर आई रितिका बोहरा बताती हैं कि तीन महीने से वह बच्चों के साथ अपने रिश्तेदार के यहां रह रही थीं. वहीं काफी कोशिश करने के बाद उन्हें घर जाने का मौका मिला है.