अजमेर. अजमेर नगर निगम चुनाव में हारे कांग्रेस के 27 प्रत्याशियों की नाराजगी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ फूट पड़ी है. चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों ने हेमन्त भाटी और महेंद्र सिंह रलावता पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रत्याशियों का आरोप है कि भाटी और रलावता ने उनके खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी उतारकर उन्हें हरवाया है. सभी ने एक सुर में भाटी और रलावता को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासन की मांग की है.
कांग्रेस प्रत्याशियों का रलावता और भाटी पर भीतरी घात का आरोप अजमेर में नगर निगम चुनाव हारे कांग्रेस प्रत्याशियों का दर्द फूटा है प्रत्याशियों को अपनी हार से ज्यादा भीतरघात को लेकर नाराजगी है. हारे कांग्रेस के 27 प्रत्याशियों ने इंडोर स्टेडियम में बैठक कर भीतरघात करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की शिकायत आलाकमान से करने की योजना बनाई है. इसके लिए सभी जयपुर का रुख करने की तैयारी भी कर रहे है.
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कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सुनील केन और उनकी पत्नी नीता केन सहित 5 बार पार्षद रह चुके है. इस बार कांग्रेस ने नीता केन को टिकट दिया, लेकिन वह हार गई. सुनील केन का आरोप है कि जिनके ऊपर उन्हें वार्ड से जीताने की जिम्मेदारी थी. उन वरिष्ठ नेता ने उन्हें हराने के लिए निर्दलीय उम्मीदवार उतार दिया. श्रवण टोनी दो बार पार्षद रह चुके हैं इस बार कांग्रेस ने उनकी पत्नी राखी टोनी को प्रत्याशी बनाया था.
कांग्रेस प्रत्याशियों का रलावता और भाटी पर भीतरी घात का आरोप श्रवण टोनी का आरोप है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता के करीबी अदालत में पीपी रूपेंद्र परिहार ने बीजेपी के साथ प्रचार किया जिसकी वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. सुनील केन और श्रवण टोनी ने अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से दो बार एमएलए का चुनाव हारे हेमंत भाटी पर आरोप लगाया है. इधर अजय गुर्जर, मंजू सोनी, रवि शर्मा और शैलेश गुप्ता ने अपनी हार का जिम्मेदार अजमेर उत्तर से एमएलए का चुनाव हारे महेंद्र सिंह रलावता को ठहराया है.
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इनका आरोप है कि रलावता ने पार्टी प्रत्याशी होने के बावजूद इनकी कोई मदद नहीं की बल्कि अपने समर्थकों के जरिए भीतरी घात करवा कर चुनाव हरवाया है. जाहिर है कांग्रेस प्रत्याशियों के मन में हार और उनके साथ हुई भीतरी घात की टीस है. हारे हुए कांग्रेस के प्रत्याशियों ने बैठक में महेंद्र सिंह रलावता और हेमंत भाटी के खिलाफ आलाकमान को शिकायत करने और उन्हें पार्टी से निष्कासन की मांग करने पर सहमति बनाई है. हारे हुए कांग्रेस के प्रत्याशी जयपुर में कंन्ग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलने का मान बना लिया है.