राजस्थान

rajasthan

पंचायत चुनाव: बाड़मेर में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना

By

Published : Nov 21, 2020, 9:02 PM IST

पंचायतीराज चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों के लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बाड़मेर में जनसभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार अपराध और अराजकता का पर्याय बन चुकी है.

kailash choudhary target gehlot, kailash choudhary in bermer
कैलाश चौधरी ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना

बाड़मेर.पंचायती राज चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जिला परिषद एवं पंचायत समिति प्रत्याशियों के समर्थन में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बायतु विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया. चुनावी जनसभाओं के दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा.

चुनावी सभाओं में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रदेश में बढ़ते अपराध, बिजली बिलों, कोरोना प्रबंधन, किसान कर्जमाफी, बेराजगारी भत्ता एवं लम्बित भर्तियों सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में एक ऐसी पार्टी की सरकार है, जो राज्य में बढ़ते अपराध के कारण अराजकता की पर्याय बन चुकी है. चौधरी ने कहा कि राजस्थान में अलग-अलग गुटों में बंटी हुई कांग्रेस आमजन के साथ छल कर रही है.

कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने कहा कि कोरोना ने कांग्रेस सरकार के प्रबंधन की पोल खोल दी है. जिस तरीके से स्क्रीनिंग में, सैम्पलिंग में, टेस्टिंग में कु-प्रबंधन हुआ और लगातार हम देख रहे हैं कि प्रदेश में वेंटिलेटर्स की और आईसीयू बेड्स की कमी होती जा रही है. अभी सरकार सिर्फ आंकड़ों का खेल-खेल रही है. ऐसे में कैसे उम्मीद की जा सकती है कि ये सरकार आमजन के साथ न्याय करेगी.

किसानों के साथ छल कर रही है कांग्रेस

केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि न्याय की जब बात आई तो 2018 के कांग्रेस के घोषणा-पत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी का चुनावी नारा अब होगा न्याय याद आता है, लेकिन राजस्थान की जनता अब पूछ रही है कि 20 महीने तो हो गये, आखिर कब होगा न्याय? क्योंकि उन्हीं राहुल गांधी ने घोषणा की थी कि 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ करेंगे, अब तक किसानों का कर्जा तो माफ नहीं हुआ है.

चौधरी ने कहा कि आज भी करीब 22 लाख किसान बैंकों के कर्जे के जाल से मुक्त नहीं हुए हैं. इस प्रदेश में आप लोगों ने लगातार देखा और सुना होगा, चाहे साहूकार के कर्जे से, चाहे बैंकों के कर्जे से, चाहे तंगी से, चाहे बेरोजगारी से, चाहे कोरोना से, आर्थिक स्थितियों से उत्पन्न व्यवस्थाओं से कई लोगों ने आत्महत्याएं की हैं. किसानों ने आत्महत्याएं की हैं, तो यह सरकार कब न्याय करेगी?

ABOUT THE AUTHOR

...view details