झुंझुनूं. प्रदेश की एकमात्र महिला सांसद संतोष अहलावत का टिकट कटने के बाद भी उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई है. सांसद संतोष अहलावत ने पार्टी के कार्यक्रम से दूरी बना ली है. ये हम इसलिए कह रहे है कि अहलावत भाजपा के कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं ले रही हैं. सांसद ने मीडिया से भी दूरी बना रखी है.
लेकिन, प्रदेश की आला नेता भी यह नहीं बता पा रहे हैं कि उनको वर्तमान में क्या जिम्मेदारी दी गई है और वह पार्टी कार्यक्रम या प्रचार से दूर क्यों हैं. हाल ही में झुंझुनू उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी कहा कि जल्दी ही वे किसी कार्यक्रम में दिखाई देंगी, अभी वे कहीं और व्यस्त हो सकती हैं.
अन्य नेताओं के पास भी वहीं बहाना
वहीं प्रदेश प्रवक्ता व प्रदेश उपाध्यक्ष अलका गुर्जर ने भी सांसद संतोष अहलावत की नाराजगी के बारे में मीडिया को टालते हुए कहा कि हो सकता है कि पार्टी ने उनको कहीं और भेज रखा होगा. लेकिन, कहां भेज रखा है इसका कोई जवाब नहीं है. वहीं इस बारे में खुद प्रत्याशी नरेंद्र खीचड़ भी कह चुके हैं कि सांसद का टिकट क्यों काटा है. उनको समझ में नहीं आया. लेकिन, वह फिर भी पार्टी की समर्पित कार्यकर्ता हैं और जल्दी चुनाव प्रचार में उतरेंगी.
सांसद संतोष अहलावत अब भी भाजपा से नाराज खुद सांसद ने जताई थी नाराजगी
सांसद संतोष अहलावत ने भी टिकट कटने के बाद में खुलकर नाराजगी जताई थी. उनके समर्थकों ने तो पार्टी को अल्टीमेटम तक दे दिया था. हालांकि बाद में सांसद खुलकर बगावत पर नहीं उतरी. लेकिन, मन में खटास अभी भी बनी हुई है और यही कारण है कि वह चुनाव प्रचार में अभी तक कहीं भी नजर नहीं आई है.