आहोर (जालोर).भाद्राजून कस्बे में भामाशाह योजना के तहत ग्रामीणों को मिला जीओ मोबाइल, नेटवर्क के अभाव मे मोबाइल खिलौना बना हुआ है. कस्बे समेत आसपास के गांवो मे मोबाइल नेटवर्क की समस्या से आमजन परेशान हैं.
भाद्राजून कस्बे में मोबाइल फोन बना झुनझुना सरकार की ओर से डिजिटल इंडिया का सपना अब भी भाद्राजून गांव समेत क्षेत्र के कई गांवों में धरातल से दूर है. क्षेत्र के दूर-देहाती दर्जनभर गांवों में लोग मोबाइल पर बात करने के लिए मकानों की छत पर चढ़ने को मजबूर है. घरों और दुकानों पर रखे मोबाइल लोगों के लिए झुनझुने बने हुए रहते है. इनकमिंग कॉल के लिए लोग मोबाइल को भी छत और पेड़ पर रखते है.
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शहरी क्षेत्रों में कई नेटवर्क प्रदाता कंपनियों में जबरदस्त प्रतिस्पद्र्धा है, लेकिन दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र में एक भी मोबाइल टॉवर नहीं है. या आसपास में लगे टाॅवर से दूर हाने की वजन से नेटवर्क नही मिल पाता है. ऐसे में दर्जनों गांव-ढाणियों में मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता है.
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ग्रामीणों को बात करने के लिए गांव में जहां नेटवर्क मिलता है, उस स्थान पर जाकर बात करते हैं. भाद्राजून गांव के ग्रामीणों का कहना है कि मोबाइल पर बात करने के लिए मकानों की छतों या पेड़ों पर पहुंचना पड़ता है. इसके अलावा ग्रामीणों ने गांव में कई स्थाना भी चिह्नित कर रखे है, वहां पर पहुंचकर मोबाइल पर बात हो पाती हैं.