हनुमानगढ़. जिला मुख्यालय पर वसूली गैंग का कहर और निजी बसों में तोड़फोड़ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. शनिवार श्रीगंगानगर से दिल्ली जा रही एक निजी बस पर फिर से हमला किया गया. इस हमले में बस के शीशे तोड़ दिए गए. इसमें ड्राइवर को भी चोटें आई हैं. इस घटना के बाद बस संचालकों में रोष फैल गया और उन्होंने टाउन ट्रैफिक थाने के बाहर ही बसें रोककर जाम लगा दिया गया. करीब 2 घंटे तक बस संचालकों ने बसें रोकी रखीं. मामला बढ़ते देख टाउन पुलिस भी मौके पर पहुंची और समझाइश कर बसों को रवाना किया गया.
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बस जैसे ही श्रीगंगानगर से हनुमानगढ़ टाउन पहुंची तो सामने से एक-दो व्यक्ति हाथ में लोहे की रॉड लेकर आए और बस के आगे वाले शीशे पर वार करना शुरू कर दिया, जिससे बस के आगे के शीशे टूट गए और हफ्ता नहीं देने पर जान से मारने की भी धमकी भी दी गई है. गनीमत ये रहा कि हमले में किसी यात्री को नुकसान नहीं पहुंचा. खास बात यह है कि दो दिन पहले ही निजी बस संचालकों ने जंक्शन थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के ही कुछ लोग हफ्ता वसूली की मांग कर उनकी बसों के साथ तोड़फोड़ करते हैं और धमकियां भी देते है. इसको लेकर मुकदमा भी दर्ज हुआ है, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते दुबारा ये घटना हो गई है.
वसूली गैंग के गुर्गों ने 1500 रुपए हफ्ता मांगा
श्रीगंगानगर निवासी दीपक टांटिया ने दो दिन पहले ही पुलिस को परिवाद देते हुए बताया था कि उनकी बस गुड़गांव से श्रीगंगानगर आ रही थी. गुरुवार अलसुबह 4 बजे जंक्शन बस स्टैंड के बाहर सवारियां उतारते समय रणजीत सिंह उर्फ जीतू गुरुसेवक, बलराम और अन्य व्यक्ति जबरन बस में घुस गए और बस में तोड़फोड़ की और परिचालक हरबंश सिंह से मारपीट कर छीनाझपटी की. धारदार हथियारों से उसके सिर पर मारी और बस सवारियों और चालक द्वारा परिचालक को आरोपियों से छुड़वाया. इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस ने हमेशा इस तरफ ढिलाई ही बरती है. जसवंत शर्मा ने बताया कि कुछ लोगों ने एक गैंग बना रखी है, जिसमें शामिल लोग श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के रहने वाले हैं, जो निजी बस ऑपरेटरों को डरा-धमकाकर और बसों में तोड़फोड़ कर हफ्ता वसूली के लिए दबाव बनाते हैं.