जयपुर. जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने कहा है कि जयपुर नगर निगम हैरिटेज एवं ग्रेटर के पार्षद अपने-अपने क्षेत्र के निवासियों से गहराई से जुडे़ होने के कारण कोविड वैक्सीनेशन में प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने सभी पार्षदों से अपील की कि मार्च माह में 60 वर्ष से अधिक उम्र एवं 45 से 59 वर्ष उम्र के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों तथा एक अप्रैल के बाद 45 वर्ष से अधिक उम्र के अधिक से अधिक व्यक्तियों के कोविड वैक्सीनेशन के लिए सहयोग करें. जिस वार्ड में सबसे अधिक टीकाकरण होगा, उसे पुरस्कृत किया जाएगा. हैरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर एवं उपमहापौर असलम फारूखी ने नेहरा को इस कार्य में अधिक से अधिक सहयोग का आश्वासन दिया है.
नगर निगम पार्षद कोविड वैक्सीनेशन की जागरूकता में निभा सकते हैं प्रभावी भूमिका यह भी पढ़ें-फोन टैपिंग मामले में दिल्ली में दर्ज FIR पर शेखावत ने कहा-मैं नहीं करना चाहता इस मामले पर बात
जिला कलेक्टर नेहरा ने गुरूवार को दोपहर 12 बजे पहले नगर निगम ग्रेटर में वार्ड संख्या 1 से 50 तक के पाषर्दाें के साथ एवं अपराह्न 3 बजे नगर निगम हैरिटेज के वार्ड संख्या 1 से 50 तक के पार्षदों के साथ इस सम्बन्ध में बैठक की. इस दौरान पार्षदों को चिकित्सा विभाग के अधिकारियों द्वारा एक पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोविड एवं उससे बचाव एवं सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई. जिला कलेक्टर नेहरा ने पार्षदों को कहा कि स्थानीय स्तर पर गहरे जन जुड़ाव के कारण पार्षद कोविड वैक्सीनेशन के लिए पात्र व्यक्तियों की समझाइश एवं वैक्सीनेशन प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिए अहम कड़ी हैं.
उन्होंने कहा कि इस कार्य में सम्बन्धित क्षेत्र के बीएलओ को पार्षदों के सहयोग के लिए निर्देश दे दिए गए हैं. अगर किसी वार्ड में 200 से अधिक लोग एक साथ वैक्सीनेशन के लिए आगे आते हैं तो वहां विशेष कैम्प लगा दिया जाएगा. उन्होंने सभी पार्षदों से कोविड सैम्पलिंग के लिए भी क्षेत्र में जनजागरूता के लिए काम करने की अपील की, जिससे कोविड से ग्रसित व्यक्ति एवं उसकी कांटेक्ट टेस्टिंग से इसके प्रसार को रोका जा सके. उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सैम्पलिंग के दिवस निर्धारित कर दिए गए हैं, जिससे लोगों को उनके आस-पास ही यह सुविधा मिल जाएगी.
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जिला कलेक्टर ने कहा कि जयपुर जिला प्रशासन जिले में कोविड वैक्सीनेशन के प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिए कई स्तर पर प्रयास कर रहा है. सभी उपखण्ड अधिकारियों, इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को सक्रिय कर दिया गया है. पूरे जिले में अभी 300 साइट्स पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है. शहरी क्षेत्र में पीएचसी-सीएचसी एवं ग्रामीण क्षेत्र में सब सेंटर तक वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है. जिले में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. विभिन्न जनसंचार माध्यमों में, वाहनों पर ऑडियो संदेशों माध्यम से, शिक्षण संस्थानों एवं अन्य स्थानों पर मुख्यमंत्री की अपील के वितरण, विभिन्न हितधारक समूहों जैसे व्यापारी वर्ग, कोचिंग सेंटर्स, स्काउट गाडड जैसे युवा संगठनों आदि के जरिए भी कोविड वैक्सीनेशन एवं कोविड से बचाव के संदेशों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.
ऐसे में सभी पार्षदों को भी उनकी क्षेत्र में विशेष पकड़ और भूमिका के आधार पर आगे आकर जयपुर को वैक्सीनेशन लक्ष्यों के सम्बन्ध में अग्रणी पंक्ति में लाने के लिए प्रयास करना चाहिए. जिला कलेक्टर नेहरा ने बताया कि ऐसी भी संभावना बन रही है कि अगर किसी ने कोविशील्ड या कोवैक्सीन वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं और वह इसका प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने में सक्षम है तो यात्रा के लिए आवश्यक कोविड परीक्षण से उसे छूट मिल जाए. नेहरा ने कहा कि अभी यह केवल संभावना है. वर्तमान में प्रदेश से बाहर यात्रा के लिए 72 घंटे के दौरान कोविड परीक्षण की रिपोर्ट जरूरी है.
भ्रांतियां दूर करने में भी सहयोग करें पार्षद
नेहरा ने कहा कि कोविड का टीकारण पूरी तरह सुरक्षित है और इसे लेकर उठने वाली भ्रान्तियों का पार्षदों को लोगों के बीच जाकर समाधान करना चाहिए. मुख्यमंत्री, कई मंत्रीगण, विधायक एवं स्वयं वे और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी स्वयं कोविड का वैक्सीन लगवा चुके हैं. वैक्सीनेशन के बाद कोविड से ग्रसित होने पर भी कोई घातक प्रभाव नहीं होता है क्योंकि शरीर में प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो जाती है. उन्होंने इस सम्बन्ध में पार्षदों की जिज्ञासाओं का समाधान किया.
जिला कलेक्टर नेहरा ने एक वर्ष के दौरान कोविड के संक्रमण को रोकने एवं इसके प्रबन्धन में पार्षदों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उनका धन्यवाद दिया और आगे भी इसकी अपेक्षा जताई. नगर निगम हैरिटेज में हुई बैठक में आयुक्त लोकबन्धु, अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ अशोक कुमार एवं नगर निगम ग्रेटर में हुई बैठक में अतिरिक्त आयुक्त बृजेश कुमार चांदोलिया एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर ईस्ट राजीव पाण्डेय शामिल हुए.