जैसलमेर. जिले के रामगढ़ इलाके में स्थित सोनू माइंस में ट्रक मालिकों की अनिश्चतकालीन हड़ताल 7वें दिन भी जारी है. ठेकेदारों द्वारा लाइनस्टोन की ढुलाई के लिए ट्रक मालिकों को उचित दर नहीं देने के कारण करीब 500 परिवारों के रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया. इसलिए ट्रक यूनियन ने ठेकेदारों के खिलाफ व्यापक आंदोलन छेड़ा है.
सोनू माइंस में लाइमस्टोन की ढुलाई के लिए नए ठेकेदारों को बुलाया गया है. ट्रक मालिकों का आरोप है कि नए ठेकेदार दरों को लेकर व्यवस्था परिवर्तन करते हैं. ऐसे में ट्रक मालिकों को उचित दर नहीं मिल पा रही है. ट्रक मालिकों ने उचित दर पाने के लिए यूनियन बनाई है लेकिन ठेकेदारों के अड़ियल रवैया और प्रशासन द्वारा ठेकेदारों को मिलने वाली शह ने गाड़ी मालिकों को रोड पर लाकर खड़ा कर दिया है.
ट्रक मालिकों के समक्ष गहराया रोजगार का संकट यूनियन के अध्यक्ष कवराजसिंह जाम ने बताया कि नए ठेकेदारों कि ओर से उचित ढुलाई दर नहीं देने तथा कोई वार्ता नहीं करने के कारण ट्रक मालिकों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है.
यूनियन अध्यक्ष ने बताया कि यूनियन का स्पष्ट रवैया है कि कम दर पर कार्य नहीं किया जाएगा. बावजूद इसके ठेकेदार प्रशासन से सांठगांठ रखते है यूनियन की एकता को तोड़ने का प्रयास करते हैं. ट्रक मालिक मामले को लेकर जिला कलेक्टर को भी पीड़ा बता चुके हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला है. यूनियन अध्यक्ष जाम ने चेतावनी दी है कि उनकी वाजिब मांगों को नहीं मानने पर यूनियन की ओर से बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
ट्रकों की हड़ताल के चलते ट्रक मालिकों के आरएसएमएम को प्रतिदिन लाखों का नुकसान हो रहा है. एक अनुमान के मुताबिक सोनू लाइमस्टोन की खदानों से प्रतिदिन करीब 8 हजार से 10 हजार टन लाइमस्टोन की ढुलाई होती है. ऐसे में समय रहते अगर स्थानीय जनप्रतिनिधि इन ट्रक मालिकों के साथ नहीं आते तो इनके मुंह से निवाला छीनने देर नहीं लगेगी.