जयपुर.मालवीय नगर थाना इलाके में साइबर ठगों (cyber fraud) ने फर्जी आर्मी पर्सन बनकर फेसबुक पर कार बेचने की पोस्ट डाली और कार बेचने के नाम पर 1.31 लाख रुपए की ठगी की वारदात की गई.
इस संबंध में ऋषिकेश रजक ने शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि 31 मई की रात को फेसबुक (facebook) पर एक पोस्ट देखी, जिसमें एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी 1.25 लाख रुपए में बेचने का ऑफर दिया गया. इस पर ऋषिकेश ने पोस्ट डालने वाले कानाराम चौधरी नामक व्यक्ति को मैसेज भेजकर कार खरीदने की इच्छा जाहिर की. 1 जून को ऋषिकेश के मोबाइल पर एक व्यक्ति का फोन आया, जिसमें खुद को कानाराम चौधरी बताया. कानाराम चौधरी ने खुद को भारतीय सेना में कार्यरत बताया और कार कैंट में खड़ी हुई बताई.
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साथ ही उसने यह कहा कि लॉकडाउन (lockdown) के चलते वह अपनी कार को कैंट से बाहर नहीं निकाल सकता है. गाड़ी कैंट से बाहर निकालने के लिए 5150 रुपए की एक रसीद कटवानी पड़ेगी. उसके बाद कानाराम ने ऋषिकेश को फोनपे के जरिए 5 हजार 150 रुपए जमा कराने को कहा. उसके बाद कानाराम ने ऋषिकेश के मोबाइल पर भारतीय सेना के नाम से एक फर्जी रसीद बनाकर भेजी और यह लिखा कि कार आपके एड्रेस पर भेजी जा रही है. उसके बाद कानाराम ने ऋषिकेश को फोन कर सिक्योरिटी चार्ज, इंश्योरेंस, जीएसटी आदि विभिन्न नाम से अलग-अलग अमाउंट जमा कराने को कहा. इस पर पीड़ित ने तमाम राशि ठग द्वारा बताइए अलग-अलग खातों में जमा करवा दी.
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राशि जमा कराने के बाद एक व्यक्ति ने फोन कर खुद को कुरियर वाला बताया और यह कहा कि गाड़ी 15 मिनट में आपके घर पहुंच रही है, लेकिन गाड़ी नहीं पहुंची. उसके बाद जब पीड़ित ने फोन किया तो खुद को कोरियर कंपनी का प्रतिनिधि बताने वाले युवक ने गाड़ी लेट होने पर फाइंड चार्ज के नाम पर 6100 रुपए जमा कराने को कहा, जिस पर पीड़ित ने यह राशि भी खाते में जमा करवा दी. राशि जमा कराने के बाद जब पीड़ित ने फिर से फोन किया तो किसी ने भी फोन नहीं उठाया. इस प्रकार से ठगों ने अलग-अलग टुकड़ों में पीड़ित से कुल 1.31 लाख रुपए की ठगी कर ली. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है और मोबाइल नंबर और ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर ठगों की जानकारी जुटाई जा रही है.