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कृषि वैज्ञानिकों ने तैयार किया पशुओं के लिये सस्ता और बेहतर पौष्टिक आहार 'अजोला फर्न'

पानी की कमी के कारण पूरे साल हरे चारे की कमी होती है. जिसके चलते पशुओं के शारीरिक विकास, अधिक दूध उत्पादन एवं उत्तम स्वास्थ्य में भी गिरावट देखी जाती है, लेकिन अब एक बेहतर और सस्ता विकल्प आ गया हैं, जिसका नाम हैं अजोला फर्न.

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Published : Apr 9, 2019, 3:19 PM IST

कृषि वैज्ञानिकों ने तैयार किया पशुओं के लिये सस्ता और बेहतर पौष्टिक आहार अजोला फर्न

झुंझुनू. प्रदेश के शेखावाटी के तीनों जिले सीकर, चूरू और झुंझुनूं शुष्क क्षेत्र में आते हैं. यहां के लोगों का मुख्य कार्य कृषि और पशुपालन है. जैसा कि कृषि और पशुपालन एक दूसरे के पूरक है, लेकिन पानी की कमी के कारण पशुओं के लिए पूरे साल हरे चारे की समस्या के लिए बनी रहती है. जिसके चलते पशुओं के शारीरिक विकास, अधिक दूध उत्पादन एवं उत्तम स्वास्थ्य में भी गिरावट देखी जाती है.

पशु पालकों को हरे चारे की कमी पूर्ति के लिए बाजार में महंगा पशु आहार ही एकमात्र विकल्प बचता है, लेकिन इस विकल्प के अपनाने के बाद में पशुओं की शारीरिक क्षमता में गिरावट देखी जाती है. साथ ही केमिकल पदार्थों के ज्यादा सेवन करने के चलते पशुओं की उम्र भी कम हो जाती है. इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों में नए-नए नवाचार किए जा रहे हैं और उसी का ताजा उदाहरण है अजोला फर्न. पशु के लिए इसे हरे चारे के रूप में वरदान माना जा रहा हैं. महंगे एवं व्यवसायिक दाना मिश्रण का यह सस्ता और बेहतर विकल्प है. इसके उत्पादन की विधि बहुत ही सरल है और इसमें किसी प्रकार की लागत भी नहीं आती है.

कृषि वैज्ञानिकों ने तैयार किया पशुओं के लिये सस्ता और बेहतर पौष्टिक आहार अजोला फर्न

इसके लिए किसी भी कृषि पर्यवेक्षक या किसी विज्ञान केंद्र में जाकर विस्तार से जानकारी प्राप्त किया जा सकता हैं. कृषि विज्ञान केंद्र झुंझुनूं के वैज्ञानिक डॉ रशीद खान ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पशुओं में हरे चारे की कमी की पूर्ति दूर करने के साथ साथ इसमें 20 से 25 प्रतिशत प्रोटीन और मिनरल्स पाए जाते हैं. इससे दूध की मात्रा में वृद्धि के साथ-साथ गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है. एक से डेढ़ किलो अजोला फर्न साफ पानी से धो कर पशु को आहार में मिला कर दिया जाय तो बाजार से खरीद कर दिए जाने वाले कैल्शियम या अन्य सब्स्टीट्यूट देने की कोई आवश्यकता नहीं होगी.

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