Rangpanchami 2022: फिर भक्तों संग होली खेलेंगे बाबा महाकाल, इतने क्विंटल फूलों से तैयार हुआ केसरिया रंग
उज्जैन। देश भर में सनातन संस्कृति के हर एक पर्व को सबसे पहले विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में मनाने की परंपरा सदियों पुरानी रही है, होली पर्व पर सबसे पहले होलिका दहन किया गया जिसके बाद होली से रंग पंचमी तक इस पर्व को बड़े उत्साह के साथ मंदिर प्रांगण में मनाया जाता है. अब होली के बाद मंगलवार को रंग पंचमी पर्व पर भस्म आरती के दौरान भोलेनाथ फिर एक बार भक्तों के साथ प्रकृति के रंगों से होली खेलेंगे. इसकी तैयारी सोमवार से ही मंदिर परिसर में शुरु हो गई है. मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि, प्रत्येक वर्ष आगर मालवा जिले से 5 क्विंटल टेसू के फूल मंगवाए जाते हैं, जिन्हें एक दिन पहले करीब 2000 लीटर पानी में उबाला जाता है और केसरिया रंग तैयार किया जाता है. जिसके बाद रंगपंचमी पर्व पर सुबह होने वाली बाबा महाकाल की भस्म आरती में टेसू के फूलों से बनाएं केसरिया रंग को बाबा महाकाल को अर्पित कर श्रद्धालुओं के साथ होली खेलने की परंपरा निभाई जाती है.(ujjain Rangpanchami 2022)
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:20 PM IST