Sehore Road Problems विकास के दावे हवा हवाई, सीएम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र में कीचड़ में पैर डालकर स्कूल जाने को मजबूर बच्चे - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
सीहोर। आजादी के 75 साल बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. गांवो को शहरों से जोड़ने वाली सड़क के अभाव में बच्चे कीचड़ में गिरते पड़ते दो किलोमीटर का रास्ता तय कर स्कूल जाते हैं. अधिकारियो एवं जनप्रतिनिधियों से सड़क को लेकर कई बार शिकायत की गई. लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. मामला बुदनी विधानसभा के नसरुल्लागंज ब्लॉक के दो हजार की आबादी वाले आदिवासी बाहुल्य गांव गादिया का है. गांव में कक्षा 6 तक ही स्कूल है. आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को छापरी गांव जाना पड़ता है. छापरी तक जाने कि लिए रास्ता इतना खराब है कि बच्चे और ग्रामीण कीचड़ के बीच गुजरकर आवागमन करते हैं. बरसात के मौसम में पूरे चार महीने तक बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है. ग्रामीणों का कहना है PWD और एवं प्रधानमंत्री सड़क विभाग के अधिकारियों ने कई बार रोड का सर्वे किया लेकिन अभी तक सड़क बनने का काम शुरु नहीं किया. इसका नतीजा गरीब आदिवासी लोग भुगत रहे हैं. (Sehore Road Problems) (Villagers and students face road problems) (Children go to school through mud)