भीषण गर्मी के बीच पन्ना टाइगर रिजर्व में जल संकट, वन्य जीवों को ऐसे उपलब्ध कराया जा रहा है पानी - पन्ना टाइगर रिजर्व
पन्ना। पन्ना में भीषण जल संकट की अब साफ दिखाई देने लगा है. जिले में इस वर्ष बारिश कम होने की वजह से सभी तालाब, कुएं बावड़ी सूख गए हैं या खाली हो गए हैं, जो प्रशासन के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं. लोगों की प्यास बुझाने के लिये मात्र 31 जून तक के लिए ही पानी बचा हुआ है. वहीं पानी की कमी का सामना वन्यजीवों को भी करना पड़ रहा है. पन्ना टाईगर रिजर्व में अभी कुछ दिन पहले ही एक बाघ पानी की तलाश में तीतरी वॉच टावर के पास तक पहुंच गया था. टाईगर रिजर्व के फिल्ड डायरेक्टर की मानें तो बफर और कोर एरिया में अलग अलग तरह से पानी की व्यवस्था की जा रही है. फिल्ड डायरेक्टर ने बताया कि कोर क्षेत्र में एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार 2/2 के 4 किलोमीटर स्क्वायर ग्रिड में छोटे छोटे पोंड्स बनाए गए हैं जिनमे वन्यजीवों के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है. पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन टैंकरों के माध्यम से इन ग्रिडों को भरता है, और यहां आकर बाघ और अन्य वन्य जीव पानी पीते हैं. इसके साथ ही जहां पानी के प्राकृतिक स्रोत नहीं होते हैं, वहां आर्टिफिशियल वाटर सोर्स बनाए जाते हैं. जिन्हें टैंकरों के माध्यम से भरा जाता है. फिल्ड डायरेक्टर ने बताया कि बफर क्षेत्रों में हमें इन बातों का भी ध्यान रखना पड़ता है कि कोई जानवर पानी की तलाश में गांवों में ना प्रवेश कर जाए. (Panna water crisis)