यहां एकता की मिसाल है ईद का त्यौहार, वर्षों से शहर काजी के लिए बग्गी सजाता है हिंदू परिवार - इंदौर में 60 सालों से चली आ रही परंपरा
इंदौर। ईद-उल-फितर का पर्व जहां सद्भाव का संदेश देता है, इसका ताजा उदाहरण इंदौर में देखा जा सकता है. सद्भाव की परंपरा को एक हिंदू परिवार वर्षों से शहर काजी के लिए बग्गी सजाकर निभा रहा है और उसी में बिठाकर काजी साहब को ईदगाह ले जाया जाता है. गंगा-जमुनी यह तहजीब दूसरी पीढ़ी में भी निभाई जा रही है. इंदौर का सलवाड़िया परिवार शहर काजी डॉक्टर इशरत अली खान के लिए राज मोहल्ला स्थित अपने घर में ही बग्गी सजाता है. रमजान के बाद चांद दिखते ही जैसे ही ईद का मौका आता है, यह परिवार अपनी सजी-धजी बग्गी लेकर शहर काजी डॉक्टर इशरत अली खान के घर पहुंचता है और यहां से शहर काजी के परिवार को अपनी बग्गी में बिठाकर सदर बाजार स्थित ईदगाह ले जाया जाता है. इंदौर में गंगा-जमुनी तहजीब की यह परंपरा बीते करीब 6 दशकों से निभाई जा रही है. सांप्रदायिक द्वेष के माहौल में यह परंपरा आज भी पूरे उत्साह के साथ निभाई जा रही है. करीब 60 सालों से चली आ रही इस परंपरा का निर्वाहन रामचंद्र सलवाड़िया के बेटे सतनारायण आगे बढ़ा रहे हैं.