Satna Dussehra 2022: दशहरे के आनंद पर निराशा की बारिश, राम जानकी नहीं बच्चे ने किया रावण दहन
सतना। भारतवर्ष में विजयदशमी का पर्व लोग हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. इस दिन भगवान श्रीराम ने अहंकारी रावण का वध किया था और असत्य पर सत्य की विजय हुई थी. इस विजय को विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है और देश के साथ प्रदेश भर में आज के दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है. वहीं मध्यप्रदेश के सतना जिले के जवाहर नगर स्टेडियम में बिहारी रामलीला का आज समापन किया गया, लेकिन बिहारी रामलीला के पूरे कार्यक्रम पर इंद्रदेव ने पानी फेर दिया और लगातार बारिश की वजह से कार्यक्रम को क्षण भर में समाप्त कर दिया गया. कार्यक्रम समापन के बाद हर वर्ष रावण के पुतले का दहन श्री राम जानकी द्वारा किया जाता था, लेकिन इस वर्ष झमाझम बारिश के चलते रावण के पुतले का दहन श्री राम जानकी द्वारा नहीं कराया गया. कार्यक्रम के बीचों बीच तेज बारिश शुरू हो गई और लोगों में भगदड़ मच गई. जहां कई हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होते थे, आज सैकड़ा भर लोग वहां पर नजर आए. प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी अपने मंच पर मंचासीन नहीं हो सके. सभी के जाने के बाद आयोजक मंडल द्वारा समाजसेवी शिवा चतुर्वेदी के बालक दिवांकर चतुर्वेदी के हाथों रावण का दहन कराया गया, और अंततः आखिरकार रावण दहन पूरा हुआ. dussehra 2022, ravana dahan in satna, satna child burn effigy of ravan