Ujjain Kaal Bhairav savari : नगर भ्रमण पर निकले नगर कोतवाल, जेल से कैदियों ने की फूलों की बारिश
उज्जैन। भैरव अष्टमी(Bhairav Astami ujjain) पर दो दिवसीय जन्मोस्तव के तहत काल भैरव पालकी में सवार होकर दर्शन देने निकले . बड़ी संख्या में मार्ग पर श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन कर स्वागत किया. संपूर्ण भैरवगढ़ क्षेत्र भैरव के जयकारों से गूंज उठा. जेल के कैदियों को दर्शन कराने के लिए विशेष रूप से बाबा की पालकी रोकी गई. कैदियों ने पालकी के दर्शन कर फूलों की वर्षा की. बाबा की आरती के दौरान उज्जैन के आला अधिकारी भी मौजूद रहे .उज्जैन काल भैरव(Ujjain Kaal Bahirav) के जन्मोस्तव पर परंपरा अनुसार मंदिर में कालभैरव का पूजन किया. पूजन के बाद आरती में नगाड़े की गूंज के साथ बाबा की आरती की गयी .उज्जैन भैरव जी की सवारी में आगे धमाके करते तोपची, मार्च पास्ट करते सशस्त्र जवान, बैंड, ढोल, अखाड़े, भजन मंडलियों के साथ जयकारे लगाते सैकड़ों भक्त पैदल निकले. पालकी में कालभैरव के बटुक रूप में चांदी का मुखौटा और चरण पादुकाएं निकाली गई. मंदिर से शुरू हुई सवारी भैरवगढ़ में जेल तिराहे पर रुकी जहां जेल प्रशासन की ओर से पूजन किया. कैदियों को दर्शन के लिए पालकी को जेल के गेट तक ले जाया गया. इसके बाद सवारी सिद्धवट मंदिर पहुंची जहां सिद्धनाथ भगवान और शिप्रा की आरती कर सवारी फिर रात में कालभैरव मंदिर पर समाप्त हुई.