Video: बुंदेलखंड का प्रसिद्ध मोनिया नृत्य, ढोलक मंजीरे की थाप पर नाचते हैं युवा
निवाड़ी। बुंदेलखंड की संस्कृति में दिवाली के दूसरे दिन मोनिया नृत्य की एक अलग ही धूम है. इसमें ढोलक की थाप पर थिरकते लोग लाठियों से एक दूसरे पर हमला करते हुए नृत्य करते हैं, जिसे देखकर लोग दांतों तले अंगुलियां दबा लेते हैं. बुंदेलखंड के ग्रामीण अंचलों में मौन होकर मौन परमा के दिन इस नृत्य को करने से इसका नाम मोनिया नृत्य रखा गया. प्राचीन मान्यता के अनुसार जब श्रीकृष्ण यमुना नदी किनारे बैठे थे, तब उनकी गायें कहीं चली गई थी. इस कारण श्रीकृष्ण दुखी होकर मौन हो गए, जिससे उनके ग्वाल मित्र परेशान हो गए, जब सभी मित्रों ने गायों को तलाश कर लाए. इसके बाद कृष्ण ने अपना मौन तोड़ा. तभी से परंपरा अनुसार श्री कृष्ण भक्त मौन परमा के दिन इस नृत्य के साथ 12 गांव की परिक्रमा करते हैं. मोनिया नृत्य के साथ ही इसे दिवारी नृत्य भी कहते हैं.