आज भी एक महीने तक आदिवासी मनाते हैं दिवाली, बाजार में लोकनृत्य कर दुकानदारों से लिया इनाम
बैतूल। जिले के भैंसदेही इलाके में सालों से आदिवासी एक महीने तक दिवाली मनाने की परंपरा निभाते आ रहे हैं. गांवों में परंपरागत रुप से अलग-अलग दिन गांव के मुखिया तय करके दिवाली का जश्न मनाते हैं. इसी कड़ी में शनिवार को साप्ताहिक बाजार भैंसदेही में आदिवासी ठाठिया टोली ने थिरककर दिवाली मनाई. आदिवासी गायकी समाज के लोग मधुर धुन पर पैरों में घुंघरू पहनकर नृत्य करते हैं, जिन्हें ठाठिया कहते हैं. ठाठिया नृत्य करते हुए बाजार की सभी दुकानों पर पहुंचते हैं, जहां दुकानदार उन्हें दिवाली का इनाम देते हैं.