टीबी हारेगा देश जीतेगा: हरदा में हुई आंदोलन की शुरूआत
जिले को टीबी मुक्त बनाने के राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पांच टीमों के द्वारा घर घर जाकर टीबी मरीजों की पहचान कर उनका उपचार किया जाएगा. वहीं 5 फरवरी को पहले चरण की शुरुआत की गई थी जिसमें टिमरनी, दीपगांव खुर्द सहित आस-पास के गांव का सर्वे कर 1248 घरों के करीब पांच हजार लोगों की टीबी स्कैनिक की जा चुकी है. इसके साथ ही कई गांव में टीबी की निःशुल्क जांच की जा रही है.