मंत्रोच्चार के जगह संविधान की शपथ लेकर की शादी
खरगोन। जिले में एक अनोखी शादी हुई है. जिसमें मंत्रोच्चार के स्थान पर संविधान की शपथ और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर टंट्या मामा और समाज जनों को साक्षी मानकर विवाह संपन्न कराया गया. वर-वधु ने भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर, टंट्या मामा को साक्षी मानकर और भारतीय संविधान की शपथ लेकर अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत की. ग्रामीण अंचल में यह इस तरह की पहली शादी थी.समाजसेवी रामेश्वर बडोले ने बताया कि पूरा देश संविधान के आधार पर चल रहा है, जो विश्व का सबसे बड़ा संविधान एवं सबसे अच्छा संविधान माना जाता है.