रीति रिवाज और गाजे-बाजे के साथ संपन्न हुआ भगवान जगन्नाथ स्वामी का विवाह
पन्ना (Panna)। देश की 3 सबसे पुरानी बावड़ी रथ यात्रा में पन्ना की रथयात्रा भी शामिल है.उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर यहां आयोजित होने वाले इस भव्य धार्मिक समारोह में राजसी ठाठ बाट और वैभव की झलक देखने को मिलती है .रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ स्वामी की एक झलक पाने के लिए पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र से श्रद्धालु पन्ना पहुंचते हैं. पन्ना की यह ऐतिहासिक रथयात्रा करीब 166 वर्ष पूर्व तत्कालीन पन्ना नरेश महाराजा किशोर सिंह जी द्वारा शुरू कराई गई थी. हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल माह की द्वितीय तिथि को यहां पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह हर साल रथ यात्रा निकलती है. रथ यात्रा के दौरान यहां भी भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ मंदिर से बाहर सैर के लिए निकलते हैं. यह अनूठी परंपरा रथ यात्रा पन्ना से शुरू होकर तीसरे दिन जनकपुर पहुंचती है जहां पर भगवान का विवाह रीति रिवाज के साथ शुरू होता है. कुछ ऐसा ही पन्ना के ऐतिहासिक जगन्नाथ स्वामी मंदिर मैं देखने को मिला जहां भगवान जगन्नाथ का विवाह संपन्न हुआ.
Last Updated : Jul 15, 2021, 11:09 AM IST