राजनीतिक बयानों में गायब होती भाषा की मर्यादा, एक-दूसरे पर आरोप लगाने में पीछे नहीं रहे राजनेता - BLACK Crow
मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सियासी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंची. जिन परिस्थितियों में ये उपचुनाव हुए, उसमें दोनों दलों के नेताओं की बयानबाजी का गिरा हुआ स्तर देखने मिला. बीजेपी और कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज नेता भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल और बदजुबानी करने से पीछे नहीं हटे. भूखे-नंगे, चुन्नू-मुन्नु, जवानी-बुढ़ापा, काला कौआ,आइटम, ये बयान मध्य प्रदेश के राजनेताओं ने सियासी समर में दिए. जिससे प्रदेश में राजनीति की मर्यादा गिरती जा रही है. उपचुनाव के दौरान नेता राजनीतिक मर्यादाओं को लांघकर कुछ भी बोलने से गुरेज नहीं किया.