भोपाल: जनजातीय संग्रहालय में बाल नाटक का किया गया मंचन - जनजातीय संग्रहालय
भोपाल। मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा जनजातीय संग्रहालय में रंग मध्यप्रदेश श्रृंखला के अंतर्गत साहित्य अकादमी द्वारा संजय गर्ग के निर्देशन में बाल साहित्य विमर्श एवं 'बच्चों का धमाल' नाटक का मंचन किया गया. इस नाट्य प्रस्तुति में हिंदी साहित्य के श्रेष्ठ रचनाकारों की बाल रचनाओं एवं कविताओं पर गीत संगीत नृत्य और अभिनय के माध्यम से प्रस्तुति दी गई. जिसमें 'यह कदम का पेड़ अगर मां होती यमुना तीरे', 'नटखट हम हां नटखट हम सभा', 'आओ प्रिय ऋतुराज किंतु धीरे से आना' और अटल बिहारी वाजपेई की 'बबली लोली कुत्ते दो' की कविताओं को समाहित किया गया. इस प्रस्तुति के निर्देशक गर्ग पिछले 15 वर्षों से बाल रंगकर्म में सक्रिय हैं. हर साल ग्रीष्मकालीन में बच्चों के कम से कम दो नाटक अवश्य आयोजित करते हैं.