महंगाई डायन खाए जात है: आशा-उषा कार्यकर्ताओं का अनूठा विरोध, देखिए कैसे बनी बिना Gas Cylinder के रोटी!
पुराने अस्पताल परिसर में शनिवार को आशा-उषा और सहयोगी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर अनूठा प्रदर्शन किया. पिछले 12 दिन से आंदोलनरत महिला कार्यकर्ताओं ने उज्जवला गैस सिलेंडर हटाकर देसी चूल्हे पर भोजन बनाया. ये संविदा नियुक्ति की मांग कर रहीं हैं. इनका कहना है कि हमारा वेतन इतना कम है कि महंगाई के इस दौर में हमारे लिए महंगे गैस सिलेण्डर खरीदना मुश्किल हो रहा है. गैस सिलेण्डर 820 रुपए में भरे जाते हैं, जिसकी तुलना में हमारा वेतन बहुत कम है. इसलिए हम सरकार से संविदा नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है.