गोंड जनजाति की मान्यताओं पर आधारित नाटक लमझना का हुआ मंचन - टंटया मामा
गोंड जनजाति की मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित नाटक "लमझना" का मंचन भोपाल स्थित शहीद भवन के सभागार में ज्योति दुबे के निर्देशन में हुआ. गोंड जनजाति की एक प्रथा है जिसमें पुरुष लड़की के घर जाकर रहता है. इसके बाद वह खुद को साबित करता है वह लड़की के लिए बेहतर वर है. एक या दो वर्षों बाद लड़की के पिता की अनुमति से उसका विवाह होता है और वह ससुराल की जिम्मेदारी निभाने लगता है. यह नाटक "टंटया मामा नाट्य समारोह" के अवसर पर होता है.