Narmadapuram News:'रोड नहीं, तो वोट नहीं' के नारे के साथ आदिवासी ग्रामीण पहुंचे एसडीएम कार्यालय, समस्या के संबंध में सौंपा ज्ञापन
नर्मदापुरम।जैसे-जैसे एमपी चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे लोगों का विरोध भी शुरू हो गया है. बुधवार को 'रोड नहीं, तो वोट नहीं' के नारे के साथ हाथों में तख्ती लेकर आदिवासी गांव के ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों के संबंध में एक ज्ञापन तहसीलदार सुनीता साहनी को सौंपकर जल्द से जल्द समस्या हल करने की मांग की. साल 2017 में आदिवासियों को तिलक सिंदूर रोड पर विस्थापित किया गया था. यहां पर उन्हें मूलभूत सुविधाओं का आश्वासन दिया था, लेकिन 5 साल गुजर चुके हैं अभी तक उनकी रोड भी नहीं बन पाई है. ग्रामीण इटारसी एसडीएम कार्यालय पहुंचे यहां पर अपनी समस्या के संबंध में एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा. विस्थापित आदिवासी ग्रामीणों का कहना था कि "तिलक-सिंदुर मुख्यमार्ग से झालई भाग 1 से साकई भाग-2 तक कुल 7 किलोमीटर मार्ग बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन विस्थापित हुए 5 साल हो गए, यह रोड नहीं बनी है. उसकी वजह से बच्चों को और ग्रामीणों को आने-जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है."