Indore Mook Badhir Sanstha मूक बधिरों की आवाज बनी 'आनंद मूक बधिर संस्था', 78 लाख बच्चों को मिला राष्ट्र गान गाने का अधिकार
इंदौर। जब राष्ट्रगान शुरु होता है तो सब सावधान की मद्रा में खड़े हो जाते हैं, लेकिन एक तबका ऐसा भी था जो ना गा सकता था और ना सुन सकता था. ऐसे लोगों की आवाज बनी इंदौर की आनंद मूकबधिर संस्था. संस्था ने 78 लाख मूकबधिर बच्चों को राष्ट्र गान गाने का अधिकार दिलवाया. संस्था ने मूकबधिरों के लिए राष्ट्र गान को लेकर शुरूआत की थी, उसी को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने कैबिनेट में प्रस्ताव पास किया था, उसके बाद मूकबधिरों को राष्ट्र गान साइन लेंग्वेज में गाने का अधिकार मिल गया. मूकबधिर बच्चों के राष्ट्र गान गाने के अधिकार के लिए इंदौर पुलिस के एडिशनल कमिश्नर राजेश हिंगणकर की अहम भूमिका रही. आनंद मूकबधिर संस्थान के ज्ञानेंद्र पुरोहित बताते हैं "उनके भाई भी बोल और सुन नहीं पाते थे, जिसके बाद मूकबधिरों के लिए अनोखी पहल शुरु की". आनंद मूकबधिर संस्थान के ज्ञानेंद्र पुरोहित जिन्होंने समाज के इन बच्चों को वह अधिकार दिलवाया जिसकी किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी, जो बच्चे बोल सुन नहीं सकते. ऐसे बच्चों को लिए सांकेतिक भाषा में राष्ट्रीय गान जन गण मन गाने की लंबी लड़ाई लड़ी और अब ये बच्चे भी राष्ट्रीय गीत गा रहे हैं.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:33 PM IST