इंदौर के वकील ने तैयार कराया 33 किलो वजनी पीतल का संविधान, देखें वीडियो - copy presented to Thaawarchand Gehlot
इंदौर। कुछ अलग कर गुजरने की चाहत की ऐसी ही कहानी है इंदौर में तैयार हुए 33 किलो वजनी पीतल के संविधान की. जिसको लोकेश मंगल नामक एडवोकेट ने तैयार कराया है. अपनी तरह के इस खास संविधान में सांसदों विधायकों और कलेक्टरों समेत कई संविधान विशेषज्ञों की रायशुमारी भी ली गई है. 29 वर्षीय एडवोकेट लोकेश ने पीतल से निर्मित 33 किलो की 54 पन्नों की संविधान की प्रतिलिपि (Brass Copy Constitution of India) तैयार की है. इस अनूठे संविधान में चित्रों के माध्यम से संविधान की मूल भावना को दर्शाया गया है. पीतल के पन्नों की संविधान की किताब को तैयार करने के पूर्व लोकेश मंगल द्वारा 25 सांसदों, 45 विधायकों, 20 कलेक्टर, व 17 श्रेष्ठ संविधान विशेषज्ञों से रायशुमारी ली थी. इसके पश्चात् पीतल का संविधान तैयार किया है. लोकेश केे मुताबिक इस संविधान की प्रतिलिपि के पहले और आखिरी पन्ने को लेजर से प्रिंट के जरिए तैयार किया गया है बाकी अन्य जगह पर दो तरफा प्रिंट है. संविधान में कुल 106 प्रिंट है और 54 पन्नों का लगभग 33 किलो वजन है जिसे तैयार करने में करीब साढ़े तीन माह का समय लगा, लेकिन इसका प्रिंट मात्र 14 घंटे में तैयार किया गया. इस संविधान में जलेबी का भी जिक्र है उन्होंने कहा कि कई लोगों को पता नहीं है कि हमारा राष्ट्रीय पकवान जलेबी है. लोकेश के मुताबिक संविधान को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत की प्रेरणा से तैयार किया गया है लिहाजा इसकी प्रति उन्हें भेंट भी की गई है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:35 PM IST