ग्वालियर में सब इंस्पेक्टर और दो आरक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, मारपीट और अवैध निरोध में वकील को रखने का मामला
ग्वालियर: जिला कोर्ट के निर्देश पर जनकगंज पुलिस ने अपने तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. एक अधिवक्ता और दुकानदार के साथ मारपीट और उन्हें अवैध निरोध में रखकर प्रताड़ित करने के मामला सामने आया था. इनमें वर्तमान में अशोकनगर में पदस्थ सब इंस्पेक्टर जय किशोर राजोरिया, पुलिसकर्मी बृजेश सिंह और नीरज शर्मा शामिल हैं. पिछले साल 8 दिसंबर को कार पार्किंग को लेकर आशीष जैन और सब इंस्पेक्टर जय किशोर राजोरिया के बीच विवाद हो गया था. बाद में सब इंस्पेक्टर ने अपने दो साथियों नीरज शर्मा और बृजेश सिंह को थाने से बुला लिया. आशीष जैन के साथ पीयूष गर्ग और विशाल कुशवाह को मारपीट करते हुए जनक गंज थाने ले गए और उन्हें बंद कर दिया. इतना ही नहीं अधिवक्ता और दुकानदारों के खिलाफ जनक गंज पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया. इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. लिहाजा अधिवक्ता आशीष जैन ने हाई कोर्ट में परिवाद दायर किया. जिस पर सुनवाई करते हुए 10 जून को कोर्ट ने तीनों पुलिसकर्मियों को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए उनके खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिए थे. लेकिन पुलिस अधीक्षक ने न्यायालय के आदेश का पालन नहीं किया. इस मामले में 1 जुलाई को न्यायालय ने रिपोर्ट तलब की थी. तब अचानक 30 जून की रात में सब इंस्पेक्टर जय किशोर राजोरिया, नीरज शर्मा और बृजेश सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.