भोपाल: निमाड़ी गायन सुनकर भाव विभोर हुए दर्शक
भोपाल। मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा 'गमक' श्रंखला के अंतर्गत आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी द्वारा संदीपा पारे एवं साथी द्वारा निमाड़ी गायन एवं अशोक कुमार मार्को और साथी द्वारा गोंड जनजाति है गुदुम बाजा की प्रस्तुति दी गई. प्रस्तुति की शुरुआत में संदीपा और उनके साथियों द्वारा निमाड़ी गायन प्रस्तुत किया गया जिसमें गणेश वंदना, गणराजा गणराजा करूं, गंगा-जमुना जल बरस, प्रेम गुरु सुनता जाजो बंसीवाला, लाल-लाल बेलिया सवारी आदि निमाड़ी गीत शामिल थे.गायन के बाद अशोक कुमार के द्वारा गोंड जनजाति है नृत्य गुदुम बाजा की प्रस्तुति हुई, जिसमें उनके कई साथियों ने नृत्य में भाग लिया.