दो साल से धरना दे रहे किसान, मुआवजा की मांग, सरकार तक नहीं पहुंची आवाज - सरकार तक नहीं पहुंच रही छिंदवाड़ा किसान की आवाज
छिंदवाड़ा। दिल्ली में किसानों का आंदोलन एक साल तक चला और सरकार को कृषि कानून वापस लेना पड़ा. इसी तरह छिंदवाड़ा में भी करीब दो साल से आंदोलन चल रहा है. पिछले दो सालों से यहां किसानों का आंदोलन लगातार जारी है बावजूद इसके इन किसानों का आवाज अभी तक जिला प्रशासन तक सही से नहीं पहुंची है. पहले धरना हर दिन छह घंटे के लिए होता था, लेकिन अब किसानों ने बांध निर्माण स्थल पर ही तंबू लगाकर धरना शुरू कर दिया है. किसानों का कहना है कि जो भी किसान यहां मौजूद हैं वह ज्यादातर आदिवासी हैं, यही वजह है कि सरकार हमारी सुध नहीं ले रही है. किसानों ने बताया कि 2014 में जब भूमि अधिग्रहण कानून लागू हुआ था, उसी समय मोहगांव जलाशय के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण हुआ था, लेकिन किसानों को उनकी मांग के मुताबिक मुआवजा नहीं मिला. तभी से ये किसान उचित मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर धरना कर रहे हैं. ये किसान अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट तक बैलगाड़ी से जाकर आंदोलन भी कर चुके हैं, लेकिन किसानों की समस्या सुलझने का नाम नहीं ले रही है. किसानों की मांग है कि 2014 के नए जमीन अधिग्रहण कानून के हिसाब से उनकी जमीन का मुआवजा दिया जाए. (Chhindwara farmer protest) (Chhindwara farmer protest for compensation)
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:21 PM IST