विदिशा। शहर में हर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिसके चलते लोगों में कोरोना को लेकर खौफ बढ़ता जा रहा है. गांवों से शहर में रहने आए लोग अब दोबारा से अपने गांव लौटने लगे हैं, विदिशा शहर में ऐसे कई आसपास ग्रामों के लोग निवास कर रहे थे. कोई ग्रामीण अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए तो कोई ग्रामीण अपना व्यवसाय करने के लिए विदिशा शहर में किराए से रह रहे हैं. लेकिन बढ़ते कोराना संक्रमण को देखते हुए अब लोगों मे इसका खौफ सताने लगा है. और वह शहरों को छोड़कर वापस अपने गांव की ओर पलायन करने लगे हैं.
कोराना का कहर, शहर छोड़कर गांव जाने पर मजबूर ग्रामीण
शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों में डर का माहौल है, वहीं गांवों से शहर आए लोग वापस अपने गांव की ओर पलायन कर रहे हैं. जो लोग अपने बच्चों को पढ़ाने या व्यवसाय करने आए थे वह कोरोना के डर से वापस जा रहे हैं.
विदिशा से लोग दोबारा अपने गांव जाने लगे हैं शहर में करीब 60 फीसदी कोरोना मरीज हो गए हैं, जिसके चलते लोगों का डर बढ़ने लगा है वहीं जिले में कोरोना पीड़ित मरीजों का आंकड़ा 500 हो गया है शहर में भी कोरोना मरीजों की संख्या 200 से ज्यादा हो गई है.
बता दें विदिशा में कोरोना से एक और महिला की मौत हो चुकी है जिसके बाद जिले में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 9 हो गई है. बता दें शहर में पिछले एक पखवाड़े से हर रोज 12 से 15 मरीज मिल रहे हैं, जिनमें आम लोगों के अलावा व्यापारी से लेकर डॉक्टर, पुलिसकर्मी तक शामिल हैं. वहीं कोरोना संक्रमण को देखते हुए व्यापारियों ने बाजार खुलने के समय में कटौती का निर्णय ले लिया है, पहले बाजार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुल रहा था लेकिन अब किराना, सराफा, कपड़ा, ऑटो पार्ट्स, और स्टेशनरी के व्यापारी शाम 6 बजे तक ही दुकान खोलने का निर्णय लिया गया है. वहीं शहर में कोरोना के मरीज बढ़ने की वजह से जगह- जगह बैरिकेट्स लगाकर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.