भोपाल।मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू जैसी संस्थाएं लगातार कर्मचारी और अधिकारियों पर शिकंजा कस रही हैं. उसके बाद भी शासकीय कर्मचारी रिश्वत मांगने से पीछे नहीं हट रहे. विदिशा जिले की लटेरी तहसील के एक छात्रावास में बालिका को प्रवेश देने के नाम पर ₹5000 की रिश्वत की मांग की गई. जिसकी शिकायत बालिका के पिता ने लोकायुक्त एसपी भोपाल से की. शिकायत के सत्यापन के बाद छात्रावास की महिला अधीक्षक को रिश्वत के रूप में नगदी लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों धर दबोचा.
रिश्वत में 5 हजार रुपये मांगे :भोपाल लोकायुक्त के पुलिस अधीक्षक मनु व्यास ने बताया कि 11 जुलाई को महेश बाबू कुर्मी पिता सूरज सिंह कुर्मी निवासी ग्राम खेजड़ा तहसील सिरोंज जिला विदिशा ने भोपाल लोकायुक्त कार्यालय में आकर शिकायती पत्र दिया था. उन्होंने आवेदन में लिखा कि उसकी बेटी को कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में प्रवेश देने के एवज में वार्डन कल्पना शर्मा द्वारा ₹5000 की रिश्वत की मांग की जा रही है. क्योंकि मामला बच्ची की पढ़ाई से जुड़ा हुआ था. इसलिए इस पूरे मामले में तत्काल शिकायत की जांच कराई गई.