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Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana: आयोजन रद्द होने के बाद समाजसेवियों ने कराया 20 जोड़ों का विवाह, मुस्लिम जोड़े का पढ़वाया निकाह - social workers got twenty couples married

त्रिस्तरीय चुनाव की घोषणा के बाद कई गरीब परिवारों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया. आचार संहिता लागू होने से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना प्रभावित हुई और सामूहिक विवाह सम्मेलन रद्द कर दिया गया. विदिशा में समाजसेवियों की पहल पर 38 में से 20 जोड़ों का विवाह बिना किसी सरकारी मदद के संपन्न कराया गया.

Chief Minister Kanyadan Yojana canceled in MP
एमपी में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना रद्द

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Published : Jun 1, 2022, 4:58 PM IST

विदिशा। पंचायत चुनाव के चलते इस बार मुख्यमंत्री कन्यादान योजना भी प्रभावित हुई है. लेकिन विदिशा के समाजसेवियों के मन में था कि बेटियां उसी सम्मान के साथ विदा हों और परिणय संस्कार उसी भव्यता के साथ पूरा किया जाए. इसी को लेकर बाढ़ वाले गणेश मंदिर सेवा समिति के सेवादारों एवं समाजसेवियों ने सामूहिक शादी का भव्य आयोजन किया. इस वैवाहिक समारोह में सद्भावना की मिसाल भी देखने को मिली. जहां 19 बेटियां एवं बेटे हिंदू परिवार के वैवाहिक बंधन में बंधे, तो एक मुस्लिम जोड़े का निकाह भी इस आयोजन में संपन्न कराया गया. इस सामूहिक विवाह समारोह में अपने बच्चों का विवाह संपन्न कराने वाले माता-पिता व्यवस्था से खुश हुए. उनका कहना था कि शासकीय स्तर पर की जाने वाली शादियों से भी बहुत अच्छे स्तर पर यहां व्यवस्थाएं जुटाई गई हैं.

विदिशा में समाजसेवियों ने कराया बीस जोड़ों का विवाह

नवदंपति को दिया गया जरूरत का सभी सामान: विवाह में समिति से जुड़े लोगों ने खुद ही सारी व्यवस्थाएं जुटाईं. जिसमें प्रत्येक नव दंपत्ति को डबल बेड, एलइडी, टीवी, कूलर, बर्तन स्टैंड, अलमारी, गैस सिलेंडर चूल्हा, किचन से संबंधित सामान, ओवन, मिक्सी, पायल-बिछिया, कुर्सी, सोने का मंगलसूत्र-चैन सहित 10 हजार रुपए की एफडी भी बेटीयों को प्रदान की गई. साथ ही सभी के भोजन की व्यवस्था भी समिति एवं समाजसेवियों ने की.

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धूमधाम से निकाली गई बारात: पाणिग्रहण संस्कार के पहले 10 बग्गियों और ढोल-ढमाकों के साथ नगर में बारात निकाली गई. इस विवाह में एक मिसाल भी देखने को मिली, जब एक ही बग्गी पर एक मुस्लिम तथा एक हिंदू दूल्हा साथ-साथ बैठे. जोकि लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे. बाढ़ वाले गणेश मंदिर समिति के सदस्य मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिन से लेकर वहां के धार्मिक आयोजन आदि का भी पिछले कई वर्षों से आयोजन करते आ रहे हैं. इस कड़ी में वैवाहिक समारोह का यह कार्यक्रम पहली बार रखा गया है.

यहां सम्मेलन में सारी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. सरकारी शादी कैंसिल हो गई थी, तब मुकेश टंडन ने कहा कि तुम लोग घबराओ मत, हम सब व्यवस्था करेंगे और उन्होंने साथ दिया और एक नंबर व्यवस्था रखी.

- परिजन, मुस्लिम वधू

आचार संहिता के कारण रद्द हुआ था सम्मेलन: शादी के कार्ड बांटने और बेटियों के हाथों में हल्दी लगने के बाद पिता और मां के साथ परिवार के सदस्य बेसब्री से मंगलवार 31 तारीख का इंतजार कर रहे थे. जहां मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाना था. इस सम्मेलन में विदिशा के नगरीय क्षेत्र के 24 और ग्रामीण क्षेत्र के 14 परिवार शामिल किए गए थे. अचानक त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आचार संहिता लगने के साथ ही यह विवाह सम्मेलन रद्द कर दिए गए. ऐसे में सभी परिवारों के ऊपर जैसे पहाड़ गिर पड़ा हो. परेशानी के क्षण में विदिशा के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन और समाजसेवियों ने साथ मिलकर पहले विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन कराए गए परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की.

सामूहिक विवाह में हम शादी करने आए हैं, यहां मुकेश टंडन जी ने पूरा सहयोग दिया है, हम व्यवस्थाओं से खुश हैं.

- दीपक अहिरवार दूल्हा

विशाल परिसर में विवाह कार्यक्रम संपन्न: 38 में से 20 सदस्यों ने इस प्रकार के सामूहिक विवाह में अपनी सहमति जताई. सभी 20 दूल्हों को 10 बग्गियों में बैठाकर माधवगंज से भव्य बारात निकाली गई, जो मुखर्जी नगर स्थित पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन के निवास के पास आई. उन्हीं के एक विशाल परिसर में विवाह कार्यक्रम संपन्न किया गया, जिसमें बाकायदा हर जोड़े के साथ पंडित जी और मुस्लिम जुड़े के साथ काजी ने विवाह कार्यक्रम संपन्न कराया. आयोजन समिति एवं समाजसेवियों द्वारा सभी 20 जोड़ों के लिए दहेज में उपहार स्वरूप दी जाने वाली तमाम सामग्री जुटा कर रखी गई थी. साथ ही बारातियों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था भी की गई थी.

बिना शासन की मदद के आयोजन संपन्न: सामूहिक विवाह की इस पूरी प्रक्रिया के सूत्रधार रहे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि, उन्हें भी उम्मीद नहीं थी कि मात्र 24 घंटों के दौरान इस स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. बिना शासन की मदद से 20 बेटियों को हम पूरे सम्मान के साथ विदा कर रहे हैं. तो वहीं भाजपा के जिला उपाध्यक्ष ने भी आचार संहिता का हवाला देते हुए बताया कि पूरा आयोजन का भार समिति एवं समाजसेवियों ने अपने ऊपर ले लिया था, जिसे सफलता के साथ पूरा किया गया.

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