विदिशा। विदिशा के लटेरी के जंगल में वनकर्मियों द्वारा की गई फायरिंग में एक आदिवासी युवक की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए डिप्टी रेंजर निर्मल अहिरवार पर केस दर्ज करने से वन अमले में आक्रोश है. कार्रवाई से आक्रोशित वनकर्मियों ने अपने विभाग के कार्यालय पहुंचकर हथियार जमा कर दिए. इस दौरान 120 रायफल और 11 रिवाल्वर जमा की गई हैं.Vidisha Lateri Firing
वन कर्मचारियों में आक्रोश:मंगलवार को जिले के सामान्य वन मंडल कार्यालय में वन कर्मियों का जमावड़ा रहा, दरअसल जिले के 11 रेंज ऑफिस से रेंजर और वन कर्मचारी बड़ी संख्या में आए हुए थे. उन्होंने यहां अपने साथ लाए हुए हथियार वन मंडल अधिकारी के कार्यालय में जाकर जमा किए. वन कर्मचारियों के संगठन के बैनर तले जमा हुए. वन कर्मियों ने का कहना है कि "सरकार ने विदिशा में हुई घटना के बाद जिस तरह से कार्रवाई की है, उससे वे नाराज हैं. एक वन कर्मी को जंगल की सुरक्षा के लिए हथियार दिए गए हैं. अगर वह अपनी और जंगल की सुरक्षा में हथियार चलाता है. पुलिस में किसी की मौत होती है तो उल्टा उस कर्मचारी पर प्रकरण दर्ज कर दिया जाता है, विदिशा में हुई घटना में भी यही हुआ सरकार ने जब हथियार दिए हैं, तो इसे चलाने की भी अनुमति दी जाए अगर ऐसा ही रहा तो जंगल माफिया हावी हो जाएगा."