विदिशा। जिले की लटेरी तहसील के वन क्षेत्र में लकड़ी चोरी करने पर वन अमले ने फायरिंग की थी. जिसमें एक व्यक्ति चैन सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. जबकि 9 लोग घायल हो गए थे. जिन्हें इलाज के लिए विदिशा के अटल बिहारी बाजपेयी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, एसपी मोनिका शुक्ला, एएसपी, कांग्रेस के नेता सिंधु विक्रम सिंह ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से बातचीत की. हालत गंभीर होने पर एक युवक महेंद्र सिंह भील को इलाज के लिए भोपाल के एम्स में भेज दिया. कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने 4 घायलों को पांच-पांच लाख रुपए का चेक दिया है. (Firing on Tribals in Vidisha) (Congress leader Met injured Peoples)
सरकार ने नहीं किया आदिवासी समाज के लिए कोई काम: वन विभाग के लोगों का कहना है कि ''जंगल में लगातार लकड़ियां काटी जा रही हैं. यह लंबे समय से चल रहा है. कई बार ऐसे हमले होते रहे हैं''. वहीं कांग्रेस नेता सिंधु विक्रम सिंह का कहना था कि ''जल, जंगल और जमीन आदिवासियों की ही रही है. आदिवासी लोग सैकड़ों हजारों सालों से जंगल में रहते आए हैं. जंगल के यह अधिकारी है. जब रेंज नहीं थी, नियम नहीं थे, कानून नहीं था तब भी आदिवासी थे. अगर आदिवासियों के लिए शिवराज सरकार ने कुछ किया होता तो आज उन्हें जंगलों में लकड़ियां नहीं काटना पड़ता. अगर सरकार उनके लिए रोजगार की व्यवस्था करती तो वह लकड़ियां क्यूं चोरी करते''. (Congress Allegations against MP Government)