विदिशा। जिले के गंजबासौदा में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सम्राट अशोक टेक्नोलॉजी कॉलेज में महात्मा गांधी का चरखा एक बार फिर से चलना शुरू हो गया. इस चरखे के जरिये देश की गरीब महिलाओं को रोजगार स्थापित करवाना है. वहीं इस चरखे के जरिये खादी का कपड़ा और जूट का कपड़ा बनाया जा रहा है और साथ ही कॉलेज में बेरोजगार को रोजगार स्थापित करवाने की ये ट्रेनिंग दी जा रही है.
विदिशा में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आदिवासी महिलाओं को दी गई ट्रेनिंग - महात्मा गांधी का चरखा
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सहरिया आदिवासी महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होकर रोजगार स्थापित करने के लिए विदिशा के सती कॉलेज में ट्रेनिग दी गई और ये ट्रेनिग गंजबासौदा के एक निजी संस्थान के द्वारा दी गई. बता दें की ये सभी महिलाएं पत्थर की खदान में मजदूरी का कार्य करती है और इस संस्था का मुख्य मकसद है महिलाएं अपने खुद का रोजगार स्थापित कर सकें.
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महिला दिवस के मौके पर आज आदिवासी महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई और उन्हें बताया गया की कपड़ा कैसे बनता है. इस ट्रेनिंग के दौरान जो कपड़ा बनाया जाएगा उसका पैसा भी इन महिलाओं को दिया जाएगा.
गंजबासौदा के एक निजी संस्था में काम करने वाली चेतना भावसार ने बताया की आज महिला दिवस के मौके पर हम उदयपुर ग्राम के आसपास की कुछ महिलाओं को विदिशा के सम्राट अशोक कॉलेज में लाये हैं जहां हम इन्हें ट्रेनिंग दिलवाना चाहते हैं, ताकि ये महिलाएं खुद का रोजगार स्थापित कर सकें. बता दें की अधिकतर महिलाएं खदानों में काम करती हैं और उन्हें बीमारी से ग्रस्त होने का खतरा भी बना रहता है.