विदिशा। मुरवास में 18 मार्च को हुई दलित सरपंच पति संतराम की हत्या ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. पुलिस ने एहतियातन यहां पर कर्फ्यू लगाया हुआ है. इसी बीच मुरवास जाने को अड़े विदिशा के विधायक शशांक भार्गव को एसपी एडिशनल की मौजूदगी में गिरफ्तार कर लिया है. विधायक के साथ लगभग तीन दर्जन कांग्रेसी भी गिरफ्तार किए गए हैं. बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.
- मुरवास जाने पर अड़े विधायक शशांक भार्गव
विदिशा से कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर वह, पूर्व विधायक निशंक जैन और प्रदेश सचिव सुभाष बोहत के नेतृत्व में एक जांच टीम बनाई थी. कमेटी अपने कार्यकर्ताओं के साथ मुरवास पहुंची, लेकिन वहां मौजूद एसपी एडिशनल एसपी और भारी पुलिस बल ने उन्हें कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र के अंदर जाने नहीं दिया. विधायक शशांक भार्गव और कांग्रेसी जन मृतक के घर जाने और वर्ग विशेष के क्षतिग्रस्त मकानों को देखना चाहते थे. भार्गव ने ये भी आरोप लगाया है कि घटना के बाद धारा- 144 लगाई गई है, लेकिन भाजपा के गुंडों ने गरीबों के घर जला दिए, सिरोंज विधायक की मौजूदगी में जो कुछ भी हुआ वो वीडियो में है. पुलिस ने भाजपाइयों को गिरफ्तार न करके निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया है. हम उसी का विरोध कर रहे हैं.
- बीजेपी के गुंडों ने गोली चलाई, लेकिन पुलिस ने एकतरफा मामला बताया