विदिशा।प्रशासनिक अधिकारियों के सामने किसान ने आत्महत्या करने की कोशिश की. इस मामले में किसान के परिजनों ने विरोधाभासी बयान दिए हैं. प्रशासन कुछ और ही कह रहा है. किसान के भाई मलखान सिंह मीणा का कहना है कि मेरी खुद की निजी 10 बीघा जमीन है. एसडीएम गोपाल वर्मा 3 साल से गेहूं की खड़ी फसल कटवा रहे हैं. अभी मौके पर नायब तहसीलदार अनामिका मैडम गई थीं और वही मेडिकल कॉलेज मेरे भाई को इलाज के लिए लेकर आई हैं. प्रशासन के अधिकारी, नायब तहसीलदार व पटवारी ने खड़े होकर फसल घिरवा दी. सरदार सिंह और बादाम सिंह जो रास्ता मांग रहे हैं, वह लोग हैं.
जबरन फसल कटवाने का आरोप : मेडिकल कॉलेज के आकस्मिक चिकित्सा विभाग के डॉ.वैभव जैन ने बताया कि एक मरीज इंदर सिंह मीणा को यहां लाया गया है. हमने प्राथमिक उपचार करके आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है. जांच होने के बाद ही बताया जा सकता है. किसान के भाई शेषराम मीणा का कहना है कि एसडीएम पैसे खाकर जबरदस्ती फसल कटवा रहे हैं. हमारी फसल से दूसरे के लिए रास्ता दे रहे हैं. हमारी निजी भूमि को लेकर केस चल रहा है. जब देखो तब वारंट निकाल रहे हैं. बता दे कि फसल का मामला खामखेड़ा के पास ग्राम दल्ला खेड़ी का है. वहीं, नायब तहसीलदार अनामिका ने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार किया है. शहरी ग्रामीण तहसीलदार विदिशा का कहना है कि आपसी भाइयों का जमीन को लेकर विवाद है. एक ही परिवार का बाकी बहुत डिटेल मुझे पता नहीं है. डिटेल होगा तो बता देंगे. जब हमने तहसीलदार से पूछा कि क्या स्थिति है किसान ने खुदकुशी के प्रयास की बात आ रही है तो तहसीलदार का कहना था कि नहीं, इस संबंध में मुझे कुछ नहीं मालूम है. आप डॉक्टर साहब से पूछ लीजिए.